MP Weather Update: मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने आगामी दिनों में राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 13 से 15 अगस्त के बीच बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर सिस्टम और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय होने के कारण भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर सहित कई संभागों में तेज बारिश होने की संभावना है। 24 घंटे में साढ़े चार इंच तक बारिश हो सकती है, जिससे सतर्कता और तैयारी बेहद जरूरी हो गई है।
Read more: Dibrugarh rape case: असम के डिब्रूगढ़ में 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, आरोपी गिरफ्तार
किन जिलों में होगी भारी बारिश?
बारिश की चेतावनी के दायरे में मुख्य रूप से छतरपुर, सतना, पन्ना, रीवा, मैहर, दमोह, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट जैसे जिले शामिल हैं। इसके अलावा नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया जैसे जिले भी भारी बारिश की चपेट में आ सकते हैं।
बारिश का पूर्वानुमान
13 अगस्त: मुख्य रूप से प्रदेश के दक्षिणी जिलों में बारिश होने के संकेत हैं।
14 अगस्त: भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर, और जबलपुर संभागों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
15 अगस्त: 15 अगस्त से लगातार तेज और व्यापक बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे लो प्रेशर सिस्टम के साथ दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी प्रदेश में भारी बारिश का कारण बन रहे हैं। ये सिस्टम 13 अगस्त से और अधिक सक्रिय हो जाएंगे, जिससे 15 अगस्त तक लगातार तेज बारिश होने की संभावना है।
वर्तमान स्थिति
मध्य प्रदेश में मानसून की शुरुआत 16 जून 2025 को हुई थी। अब तक राज्य में औसत बारिश 29.5 इंच दर्ज की गई है, जो सामान्य से लगभग 6.7 इंच अधिक है। सबसे ज्यादा बारिश गुना (45.8 इंच), निवाड़ी (45.1 इंच), मंडला-टीकमगढ़ (44 इंच) और अशोकनगर (42 इंच) जिलों में हुई है।
प्रशासन की तैयारी
जिन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है, वहां रहने वाले लोग सावधान रहें। जलभराव से बचाव के लिए नालियों और जल निकासी मार्गों की सफाई सुनिश्चित करें। तेज बारिश के दौरान अनावश्यक बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन को भी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा।