Muharram 2025: उत्तर प्रदेश में मुहर्रम को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। यह इस्लामी कैलेंडर का पहला और बेहद पवित्र महीना माना जाता है। इस मौके पर डीजीपी राजीव कृष्ण ने राज्य के सभी जिलों के अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे।
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धार्मिक आयोजनों में शस्त्र प्रदर्शन पर पूर्ण पाबंदी
बताते चले कि, डीजीपी राजीव कृष्ण ने निर्देश दिया है कि मुहर्रम के दौरान आयोजित होने वाले किसी भी धार्मिक जुलूस या कार्यक्रम में अस्त्र-शस्त्र के प्रदर्शन पर सख्त रोक रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक भावनाओं की आड़ में कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अवैध हथियार रखने पर होगी कड़ी कार्रवाई
पुलिस प्रमुख ने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति अवैध शस्त्र लेकर निकलता है या उसका प्रदर्शन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस दिशा में कोई ढिलाई न बरती जाए।
संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष फोर्स की तैनाती
राज्य भर में ऐसे इलाकों को चिह्नित किया गया है जिन्हें ‘हॉटस्पॉट’ या संवेदनशील क्षेत्र माना गया है। इन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी, जिससे कि किसी भी संभावित विवाद या तनाव की स्थिति को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
नई परंपराओं पर रोक, तय मार्गों का ही पालन
डीजीपी ने कहा है कि इस बार किसी भी नई परंपरा की शुरुआत या जुलूस के नए मार्ग को अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल उन्हीं मार्गों और परंपराओं का पालन होगा जो पहले से स्वीकृत और निर्धारित हैं।
वीडियोग्राफी और ड्रोन से रखी जाएगी नजर
सभी मुहर्रम कार्यक्रमों और जुलूसों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से भी निगरानी रखी जाएगी, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
यातायात व्यवस्था रहेगी सुचारु
डीजीपी ने यह भी कहा कि मुहर्रम के दौरान यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जुलूस के मार्गों और प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखा जाएगा ताकि आम जनता को कोई असुविधा न हो।
संदिग्ध वाहनों की गहन जांच होगी
सुरक्षा के मद्देनजर, मुहर्रम के दौरान संदिग्ध वाहनों की कड़ी चेकिंग की जाएगी। इस कार्रवाई का उद्देश्य किसी भी प्रकार की आपराधिक या असामाजिक गतिविधि को रोकना है।
कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता
डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि इन आदेशों का कड़ाई से पालन किया जाए और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।