Wolf Attack Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पूरा क्षेत्र दहशत में है। महज 8 घंटे के भीतर भेड़ियों ने दो मासूम बच्चों को अपना शिकार बना लिया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है। लगातार हो रही इन खूंखार घटनाओं ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते तीन महीनों में भेड़ियों के झुंड ने 9 बच्चों सहित कुल 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है, जबकि 38 से अधिक लोगों को घायल किया है। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच का दौरा कर भेड़ियों को मारने के आदेश दिए थे, जिसके बाद चार भेड़ियों का एनकाउंटर भी हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद खूंखार भेड़ियों के आगे पूरा सिस्टम लाचार नजर आ रहा है।
Wolf Attack Bahraich: 5 साल के मासूम ‘स्टार’ को घर से उठा ले गए भेड़िए
पहली घटना शुक्रवार शाम करीब 4:30 बजे कैसरगंज थाना क्षेत्र के मजरे मल्लहनपुरवा गाँव में हुई। रोशन कुमार का 5 साल का बेटा स्टार घर के ठीक सामने खेल रहा था। परिवार की महिलाएं और पड़ोसी भी वहीं मौजूद थे। अचानक खेत की तरफ से दो आदमखोर भेड़ियों ने बच्चे पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी राजेंद्र सिंह ने बताया कि भेड़ियों ने बच्चे की गर्दन और पैर दबोच लिए और उसे गन्ने के खेत की ओर खींचकर भाग गए। परिजन और ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर तुरंत भेड़ियों का पीछा करने भागे।
प्रत्यक्षदर्शी का दर्दनाक विवरण: राजेंद्र सिंह ने बताया कि शोर मचाने पर भेड़िए मासूम को 500 मीटर दूर गन्ने के खेत में खून से लथपथ छोड़कर भाग गए। वहाँ पहुँचने पर देखा गया कि मासूम की दोनों हथेलियाँ और पंजे भेड़िये खा चुके थे। गंभीर रूप से घायल स्टार को तुरंत कैसरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ से उसे जिला अस्पताल बहराइच और फिर लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। दुर्भाग्य से, लखनऊ ले जाते समय रात करीब 11:30 बजे स्टार ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
Wolf Attack Bahraich: 10 महीने की बच्ची को माँ की बगल से उठा ले गया भेड़िया
हृदय विदारक घटना पहली घटना स्थल से लगभग 70 किलोमीटर दूर खोरिया सफीक गाँव में हुई। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 1:30 बजे, एक भेड़िया माँ के बगल में सो रही 10 महीने की बच्ची को उठा ले गया। बच्ची की चीख सुनकर माँ की आँख खुली और उन्होंने शोर मचाया। परिजन और ग्रामीण तुरंत भेड़ियों के पीछे भागे। लगभग दो घंटे की तलाश के बाद, घर से 800 मीटर दूर खेत में बच्ची का शव बरामद हुआ। शव की भयावहता देखकर माँ बेहोश हो गईं। बच्ची के नाक के नीचे से पूरे शरीर की चमड़ी उधड़ी हुई थी, पेट से आँतें तक बाहर आ गई थीं, और हाथ, पैर तथा गला बुरी तरह कटा हुआ था।
प्रशासन पर सवाल: कब थमेगा यह जानलेवा आतंक?
तीन महीनों में 10 लोगों की मौत और 38 से अधिक घायलों के बावजूद, भेड़ियों के आतंक पर लगाम नहीं लग पा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद 4 भेड़ियों को मार गिराया गया है, लेकिन नए शिकार की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि स्थानीय लोग अभी भी सुरक्षित नहीं हैं। ग्रामीण लगातार वन विभाग और प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि इस आदमखोर आतंक पर तत्काल और प्रभावी ढंग से नियंत्रण पाया जाए।
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