Mustafabad Renamed: उत्तर प्रदेश में शहरों और नगरों के नाम बदलने का क्रम लगातार जारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखीमपुर खीरी जिले के मुस्तफाबाद का नाम बदलकर कबीरधाम रखने का ऐलान किया।
कबीरधाम की घोषणा
सीएम योगी ने यह घोषणा कबीरधाम आश्रम में संत असंग देव महाराज के तीन दिवसीय प्रकटोत्सव कार्यक्रम के दौरान की। उन्होंने कहा कि अब मुस्तफाबाद को कबीरधाम के नाम से जाना जाएगा। इस अवसर पर सीएम ने सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया और जनता को संबोधित किया।सीएम ने कहा, “देश ने लंबे समय तक अपनी पहचान खो दी थी, लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने अपनी खोई हुई पहचान वापस पाई। साथ ही वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयां हासिल की हैं।”
भारत की बढ़ती ताकत और अर्थव्यवस्था
सभा में सीएम योगी ने आगे कहा कि आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। आने वाले समय में अमेरिका, चीन और भारत ही विश्व की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास की गति तेज हुई है और जनता के लिए अनेक योजनाओं को साकार किया गया है।
नाम बदलने की परंपरा और महत्व
उत्तर प्रदेश में शहरों के नाम बदलने की परंपरा कई सालों से जारी है। सरकार का दावा है कि इस कदम से न केवल शहरों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को उजागर किया जाएगा, बल्कि धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी लोगों को जोड़ने का काम होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि नाम बदलने का निर्णय जनता की भावनाओं और ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखकर लिया जाता है। मुस्तफाबाद का नया नाम कबीरधाम संत कबीर के आदर्शों और संस्कृति को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।सीएम योगी ने सभा में यह भी कहा कि लखीमपुर खीरी सहित पूरे प्रदेश में विकास के नए प्रोजेक्ट और योजनाएं जल्द लागू की जाएंगी। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि सरकार लोगों की भलाई और प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रही है।
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