Myanmar thailand earthquake today:28 मार्च को म्यांमार, थाईलैंड, चीन और भारत में आए भूकंप के तेज झटकों ने इन क्षेत्रों को हिलाकर रख दिया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण म्यांमार में हालात और भी भयावह हो गए, जबकि थाईलैंड में नुकसान कम हुआ है। इस भूकंप से म्यांमार में कम से कम एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं और हजारों लोग घायल हुए हैं। म्यांमार की सेना ने इस आपदा के बाद दुनिया से मदद की अपील की है। 24 घंटे में यह भूकंप की 15वीं घटना थी, जिससे पूरी धरती कांप उठी।
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भूकंप के झटके और जानमाल का नुकसान

28 मार्च को दोपहर 12:50 बजे म्यांमार और थाईलैंड में पहला भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.7 मापी गई। इसके बाद 12 मिनट के भीतर दूसरा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.4 थी। यह भूकंप इतने तेज थे कि इनसे भारी तबाही मच गई, खासकर म्यांमार में। म्यांमार में भूकंप से बड़ी संख्या में इमारतें ढह गईं और सड़कें भी बुरी तरह से प्रभावित हुईं। कई लोग मलबे में दब गए और राहत कार्य जारी है।
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अंतरराष्ट्रीय समर्थन और मदद
भूकंप के बाद म्यांमार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से त्वरित सहायता मिल रही है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने म्यांमार के सेना प्रमुख से संपर्क कर भूकंप से हुई तबाही पर गहरा शोक व्यक्त किया और मदद का वादा किया। उनका कहना था कि चीन म्यांमार के प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य के लिए तत्पर है। इसी तरह, न्यूजीलैंड ने म्यांमार को 2 मिलियन न्यूजीलैंड डॉलर की मदद का ऐलान किया है। यह मदद इंटरनेशनल रेड क्रॉस के माध्यम से दी जाएगी।
थाईलैंड में एयरपोर्ट्स की स्थिति

भूकंप के बाद थाईलैंड के कुछ एयरपोर्ट्स को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था। लेकिन अब इन एयरपोर्ट्स को सुरक्षा जांच के बाद फिर से खोल दिया गया है। थाई एयरपोर्ट्स के अधिकारियों के अनुसार, बैंकॉक समेत छह एयरपोर्ट्स को फिर से ऑपरेशनल कर दिया गया है क्योंकि इनकी इमारतें और बुनियादी ढांचा सुरक्षा मानकों पर खरे उतरे हैं।
साउथ कोरिया की मदद
भूकंप से मची तबाही के बाद साउथ कोरिया ने भी म्यांमार को मदद देने का ऐलान किया है। साउथ कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से म्यांमार को 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मुहैया कराने की घोषणा की है। यह कदम भूकंप के बाद म्यांमार की स्थिति को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है।