प्रतापगढ़ संवाददाता : गणेश राय
प्रतापगढ़ : पशुओं के चिकित्सकीय ईलाज हेतु जनपद में भेजी गयी 11 मोबाइल वेटरनरी वैन-विशेष सचिव पशुपालक पशुओं के ईलाज हेतु टोल फ्री नम्बर 1962 पर करें फोन-विशेष सचिव गोवंशों के भरणपोषण एवं संरक्षण में किसी भी तरह की लापरवाही कदापि न बरती जाये-विशेष सचिव पशुधन विभाग उ0प्र0 शासन/नोडल अधिकारी प्रयागराज एवं विन्ध्याचल मण्डल के देवेन्द्र कुमार पाण्डेय (आई0ए0एस0) ने विकास भवन सभागार में गोवंश संरक्षण, भरणपोषण के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक की।
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उन्होने जनपद के सभी विकास खण्डों में संचालित गो आश्रय स्थलों की संख्या, संरक्षित गोवंशों की संख्या, भरणपोषण की स्थिति, चारे की उपलब्धता, संरक्षित गोवंशों का स्वास्थ्य, सहभागिता योजनान्तर्गत सुपुर्द किये गये गोवंशों की संख्या, गोवंशों का टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण आदि से सम्बन्धित बिन्दुवार जानकारी सम्बन्धित विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों, नगर पालिका/नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों से प्राप्त करते हुये गहन समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
जनपद में चलेगा गोवंशों के भरणपोषण अभियान
उन्होने कहा कि, जनपद में गोवंशों के भरणपोषण के लिये हरे चारे की बुवाई हेतु 45 दिन का अभियान चलाया जायेगा जिसके लिये समस्त उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी खाली पड़ी जमीनों पर हरे चारे की बुवाई कराना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा यदि अपने गोवंशों को छुट्टा छोड़ते हुये पाये जाये तो उनके खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही की जाये जिससे वे अपने जानवरों को छुट्टा न छोड़े। उन्होने निर्देशित किया कि महुली के पास गांव में गो आश्रय स्थल के निर्माण हेतु प्रस्ताव बनाकर भेजा जाये जिससे वहां पर गो आश्रय स्थल निर्माण हेतु कार्यवाही की जा सके।

पशुओं को आपातकाल सुविधा हेतु जारी हुआ टोल फ्री नम्बर
उन्होने बताया कि, मुख्यमंत्री द्वारा मोबाइल वेटरनरी यूनिट (एम्बुलेन्स) की व्यवस्था की गयी है जिसका टोल फ्री नम्बर 1962 है, पशुओं की बीमारी से सम्बन्धित कोई शिकायत करने पर उचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी, जनपद प्रतापगढ़ में 11 मोबाइल वेटरनरी वैन भेजी गयी जिसमें पशुओं की चिकित्सा सम्बन्धी सुविधा उपलब्ध है, यह वैन गांवों में जाकर पशुओं को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायेगी। उन्होने बताया कि पहले बीमार पशुओं को लाने व ले जाने में पशुपालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था जिसको देखते हुये माननीय मुख्यमंत्री जी प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में 520 मोबाइल वेटरनरी यूनिट का संचालन प्रारम्भ किया गया है।
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केयर टेकरों को समय से हो भुगतान – सचिव
इसके साथ ही विशेष सचिव ने बताया कि, शासन द्वारा पशुपालकों हेतु विभिन्न योजनायें संचालित की गयी है जिसमें 50 प्रतिशत तक का अनुदान पशुपालकों को दिया जा रहा है। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करें जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सके। बैठक में विशेष सचिव ने गो आश्रय स्थलों पर तैनात केयरटेकरों के भुगतान की समीक्षा की तो पाया कि कई गो आश्रय स्थलो पर केयर टेकरों के समय से भुगतान की कार्यवाही नही की जा रही है ।

जिस पर उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि 01 महीने के अन्दर सभी केयर टेकरों के भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित करायें। विशेष सचिव ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया समस्त गांवों में पशुओं के लिये अड़गड़ा की व्यवस्था करा ले जिससे कि गांव के पशुओं का सुव्यवस्थित ढंग से ईलाज किया जा सके। उन्होने निर्देशित किया कि गोवंशों के भरणपोषण एवं संरक्षण में किसी भी तरह की लापरवाही कदापि न बरती जाये तथा समय-समय पर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाये।
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महिलाओं ने गोबर पेन्ट को सचिव को किया भेंट
सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में संचालित गो-आश्रय स्थलों का सुचारू रूप से सफल संचालन करायें, लापरवाही कदापि न बरती जाये अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी, सभी अधिकारी अपने-अपने दायित्वों/कार्यो को शत् प्रतिशत निर्वहन करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बिरजू सिंह यादव, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। विशेष सचिव ने जनपद में संचालित गोआश्रय स्थल सरसीखाम एवं मदाफरपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विशेष सचिव ने मदाफरपुर गो आश्रय स्थल पर समूह की महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे गोबर पेन्ट का अवलोकन किया। समूह की महिलाओं ने विशेष सचिव को गोबर से बने हुये पेन्ट को भेंट किया ।