Nehru Patel Controversy: नेहरू विवाद में कांग्रेस का बड़ा वार, जारी की सरदार पटेल की बेटी की डायरी

नेहरू और सरदार पटेल को लेकर चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ आ गया है! कांग्रेस ने राजनाथ सिंह पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए सरदार पटेल की बेटी मनीबेन पटेल की निजी डायरी जारी कर दी है। इस डायरी में क्या ऐसा दर्ज है जिससे बीजेपी के आरोपों की हवा निकल सकती है? पढ़ें पूरे खुलासे की कहानी।

Chandan Das
Nehru Patel Controversy
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Nehru Patel Controversy: कांग्रेस ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में झूठ फैला रहे हैं। पार्टी ने इस सिलसिले में सरदार वल्लभभाई पटेल की बेटी की डायरी भी जारी की है और राजनाथ से माफी की मांग की है। कांग्रेस के जॉइंट सेक्रेटरी जयराम रमेश ने कहा कि राजनाथ सिंह ने पंडित नेहरू के बारे में गलत जानकारी फैलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नज़र में अपनी छवि मजबूत करने की कोशिश की है।

Nehru Patel Controversy: राजनाथ सिंह के विवादित बयान

हाल ही में राजनाथ सिंह ने एक भाषण में दावा किया कि पंडित नेहरू जनता के पैसे से बाबरी मस्जिद बनाना चाहते थे, लेकिन सरदार पटेल ने इस प्रस्ताव का विरोध किया और सरकारी पैसे से यह काम नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि पटेल ने नेहरू की योजना को रोककर भारतीय जनता के हित की रक्षा की। राजनाथ के इस बयान पर कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी।

Nehru Patel Controversy: जयराम रमेश का जवाब और डायरी का हवाला

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरदार पटेल मेमोरियल सोसाइटी द्वारा प्रकाशित पटेल की बेटी की डायरी के कुछ हिस्से सोशल मीडिया पर साझा किए। उन्होंने कहा कि डायरी की असली बातें और राजनाथ सिंह के दावे में बड़ा अंतर है। रमेश ने कहा कि राजनाथ ने नेहरू के बारे में झूठ फैला कर केवल नरेंद्र मोदी की पसंद में बने रहने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने के लिए रक्षा मंत्री को माफी मांगनी चाहिए।

मेमोरियल फंड को लेकर विवाद

राजनाथ सिंह ने भाषण में यह भी कहा कि सरदार पटेल की मौत के बाद आम लोगों ने उनके मेमोरियल के लिए पैसे जमा किए। इसके जवाब में नेहरू ने सुझाव दिया कि यह पैसा गांवों में कुएं और सड़कें बनाने पर खर्च किया जाए, क्योंकि पटेल किसानों के नेता थे। जयराम रमेश और कांग्रेस ने इसे दोगलापन करार दिया और कहा कि यह सुझाव पूरी तरह से गलत था। उनका कहना था कि उस समय की सरकार किसी भी कीमत पर पटेल की महान विरासत को दबाना चाहती थी।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस ने राजनाथ के दावे को पूरी तरह बेबुनियाद बताया। पार्टी ने कहा कि यह झूठ और इतिहास का गलत चित्रण है। जयराम रमेश ने कहा कि पंडित नेहरू की सोच और नीतियों को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करना, लोकतंत्र और इतिहास दोनों के प्रति अनुचित है।

सोनिया गांधी की टिप्पणी

कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने दिल्ली के जवाहर भवन में नेहरू सेंटर इंडिया के उद्घाटन के मौके पर इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता की आलोचना की जा सकती है, लेकिन उसे तोड़-मरोड़कर पेश करना मंज़ूर नहीं है। उन्होंने कहा, “आज की सरकार का उद्देश्य केवल नेहरू को बेइज्जत करना नहीं है, बल्कि उनके द्वारा स्थापित सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक ढांचे को खत्म करना भी है।”

इस विवाद ने भारतीय राजनीति में इतिहास और नेताओं के चरित्र के सही चित्रण पर बहस को फिर से ताज़ा कर दिया है। कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से राजनाथ सिंह के दावों को असत्य बताया और नेहरू के योगदान की रक्षा की मांग की। यह मुद्दा अब केवल राजनीतिक विवाद नहीं, बल्कि इतिहास और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बन गया है।

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