Nepal General Election Dates: नेपाल में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान! 5 मार्च 2026 को होगा मतदान

नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने वादा निभाते हुए आम चुनाव की तारीखें घोषित कर दी हैं। चुनाव आयोग के अनुसार मतदान 5 मार्च 2026 को होगा। यह चुनाव Gen-Z प्रोटेस्ट के चलते केपी शर्मा ओली सरकार के पतन के बाद कराया जा रहा है।

Nivedita Kasaudhan
Nepal General Election Dates
नेपाल में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान

Nepal General Election Dates: नेपाल में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि प्रतिनिधि सभा की 275 सीटों के लिए मतदान 5 मार्च 2026 को होगा। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। यह चुनाव नेपाल की राजनीति में एक अहम मोड़ साबित होगा क्योंकि हाल ही में देश ने राजनीतिक अस्थिरता और सरकार के पतन का दौर देखा है।

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उम्मीदवारों की सूची

Nepal General Election Dates
नेपाल में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान

निर्वाचन आयोग के अनुसार, उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 20 जनवरी 2026 को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक होगी। इसके बाद 21 जनवरी को आवेदनों की जांच की जाएगी और शाम 5 बजे तक उम्मीदवारों की प्रारंभिक सूची जारी कर दी जाएगी। 22 जनवरी को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक किसी भी उम्मीदवार पर आपत्ति दर्ज कराई जा सकेगी। 23 जनवरी की दोपहर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं और उसी दिन शाम 5 बजे तक अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। इसके साथ ही उम्मीदवारों को आधिकारिक चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिए जाएंगे।

नेपाल में चुनाव की प्रक्रिया

नेपाल का चुनाव संविधान के अनुसार होता है। प्रतिनिधि सभा में कुल 275 सीटें होती हैं। इनमें से 165 सदस्य प्रत्यक्ष चुनाव के आधार पर चुने जाते हैं, जबकि 110 सीटें आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत तय की जाती हैं। मतगणना पूरी होने के बाद परिणाम घोषित किए जाते हैं। इस मिश्रित प्रणाली का उद्देश्य विभिन्न वर्गों और समुदायों को प्रतिनिधित्व देना है।

ओली सरकार का पतन

पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार का पतन हाल ही में नेपाल की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम रहा। सितंबर 2025 में ओली सरकार ने सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया था, जिसके बाद Gen-Z युवाओं ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह विरोध हिंसक हो गया और इसमें 75 लोगों की मौत हो गई। हिंसक प्रदर्शनों के चलते देश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई। युवाओं ने मंत्रियों और नेताओं के घरों में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की। हालात बिगड़ने पर सेना ने हस्तक्षेप किया और देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। सेना ने ओली को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया और उन्हें परिवार समेत सुरक्षित बाहर भेज दिया।

अंतरिम सरकार और चुनाव का वादा

ओली सरकार के पतन के बाद 12 सितंबर को सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया। उन्होंने युवाओं से वादा किया कि छह महीने के भीतर आम चुनाव कराए जाएंगे और नई सरकार बनाई जाएगी। इसी वादे को निभाते हुए चुनाव आयोग ने मार्च 2026 में आम चुनाव कराने का कार्यक्रम जारी किया है।

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