New Delhi: देश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और सतत बनाए रखने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक अहम आदेश जारी किया है। मंत्रालय के अनुसार, अगले आदेश तक किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को चिकित्सा आधार को छोड़कर किसी भी प्रकार की छुट्टी जिसमें स्टेशन अवकाश भी शामिल है स्वीकृत नहीं की जाएगी। साथ ही, पहले से स्वीकृत सभी छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
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अधिकारियों और कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी का आदेश
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब देश के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव देखा जा रहा है। मंत्रालय का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी स्वास्थ्यकर्मियों की सतत उपस्थिति अनिवार्य है। इस आदेश के तहत छुट्टी पर गए अधिकारियों और कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने सभी अस्पतालों, मेडिकल संस्थानों और स्वास्थ्य केंद्रों को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की छुट्टी केवल गंभीर चिकित्सा कारणों से ही स्वीकृत की जा सकती है। इसके लिए भी संबंधित अधिकारी को सक्षम मेडिकल प्राधिकरण से प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
प्रशासन ने उड़ानों पर भी लगाई आंशिक रोक
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के साथ-साथ प्रशासन ने कुछ इलाकों में हवाई यात्राओं पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया है। खास तौर पर उन क्षेत्रों में जहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ सीमित हैं या महामारी से जुड़ी कोई विशेष चुनौती सामने आ रही है, वहाँ बाहरी आवाजाही पर नियंत्रण लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।अधिकारियों के अनुसार, यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि अत्यावश्यक सेवाओं में लगे कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके और किसी भी आकस्मिक स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया दी जा सके।
निर्देशों की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी इन निर्देशों की अवहेलना करता है, तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों को इस आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।