Bihar SIR: बिहार विधानसभा में वोटर पुनरीक्षण के मुद्दे को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सत्ता पक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि,इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के नेताओं ने न सिर्फ सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई बल्कि हल्की और तिलमिलाहट भरी राजनीति की।
Read More: Bihar SIR Case: बिहार SIR मामले में आयोग की सख्ती, आधार-वोटर लिंक याचिका को खारिज करने की मांग
वोटर पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) पर तेजस्वी का आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि,जब उन्होंने चुनाव आयोग के हलफनामे का हवाला देते हुए वोटर सूची में गड़बड़ी के प्रमाण प्रस्तुत किए तो सत्ता पक्ष के नेता बौखला गए और बहस से बचने की कोशिश करने लगे।उनका दावा है कि,सरकार लगभग 8 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास कर रही है,जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए अत्यंत खतरनाक है।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार को लिया निशाने पर
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि,अब मुख्यमंत्री की स्थिति ऐसी नहीं है वे सरकार चला सकें।”बिहार की सरकार अब दिल्ली से आने वाले इशारों पर चल रही है। तेजस्वी यादव ने कहा मुख्यमंत्री को शायद यह भी नहीं पता कि….सदन में क्या हो रहा है?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने भी साधा निशाना
SIR (Special Summary Revision) को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि,विपक्ष लगातार विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह कर रहा था इस विषय पर सदन में स्वस्थ और सार्थक चर्चा होनी चाहिए,ताकि दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात रख सकें।
सत्ता पक्ष पर सदन की मर्यादा को तार-तार करने का आरोप
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा,बहुत प्रयासों के बाद आज तेजस्वी यादव को बोलने का मौका मिला लेकिन जिस प्रकार का वातावरण सत्ता पक्ष ने उत्पन्न किया,वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण था।सत्ता पक्ष नहीं चाहता था कि सदन के अंदर SIR (Special Summary Revision) पर गंभीर बहस हो।राजेश राम ने आरोप लगाया कि,सत्ता पक्ष के नेताओं ने आज सदन की मर्यादा को तार-तार कर दिया।