Noida Dengue Cases: जुलाई में जहां डेंगू मरीजों की संख्या 50 से नीचे थी, वहीं सितंबर की शुरुआत में लगातार बारिश और लापरवाही के कारण यह आंकड़ा 93 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि हालात और बिगड़ सकते हैं। वरिष्ठ चिकित्सकों ने अगले दो महीनों को डेंगू के लिहाज से बेहद संवेदनशील बताया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। अगस्त महीने में ही मरीजों की संख्या में 40 प्रतिशत से अधिक इजाफा दर्ज किया गया। सोमवार को डेंगू के सबसे ज्यादा 17 नए मामले सामने आए।
15 दिनों बाद अचानक बढ़े मामले, एक दिन में रिकॉर्ड केस
बताते चले कि, पिछले 15 दिनों से शहर में रोजाना केवल 1-2 डेंगू मरीज मिल रहे थे। लेकिन सितंबर के पहले हफ्ते में ही स्थिति गंभीर हो गई। 31 अगस्त को जहां 14 केस मिले थे, वहीं सोमवार को सबसे ज्यादा 17 केस दर्ज किए गए।
मलेरिया विभाग सख्त, प्राइवेट अस्पतालों को दिए निर्देश
आपको बता दे कि, डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मलेरिया विभाग सक्रिय हो गया है। अधिकारियों ने सभी प्राइवेट अस्पतालों को मरीजों के सैंपल भेजने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते वर्ष कुल 604 मरीज मिले थे जिनमें से अधिकांश मामले इन्हीं तीन महीनों में सामने आए थे।
पिछले वर्षों का आंकड़ा भी चिंताजनक
आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में 993 मरीज, 2022 में 567 मरीज और 2021 में 667 मरीज डेंगू से प्रभावित हुए थे। इस साल अब तक 93 मरीज सामने आ चुके हैं। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सितंबर से नवंबर तक हालात बिगड़ने की आशंका है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बनी विशेष टीमें
जिला मलेरिया अधिकारी श्रुतिकीर्ति वर्मा ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए 20 टीमें गठित की गई हैं, जो शहर और ग्रामीण इलाकों में जाकर लार्वा की जांच कर रही हैं। ये टीमें कूलर, गमले, नालियां, टब और कंटेनरों में जमा पानी को खाली करा रही हैं।
अब तक 93 केस, एक दिन में सबसे ज्यादा 17 मरीज
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक जिले में कुल 93 मरीज डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं। सोमवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 17 मरीजों की पुष्टि हुई, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई है।
डेंगू से बचाव के लिए बरतें सावधानियां
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, कंपकंपी, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अनुराग सागर ने सलाह दी है कि बुखार होने पर तुरंत दवा लें लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के जांच या दवा न करें। घर के अंदर और बाहर कहीं भी पानी एकत्रित न होने दें, शरीर को कपड़ों से ढककर रखें और पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन करें।

