North East Flood:पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून की मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। असम, मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन के हालात बन गए हैं। सबसे ज्यादा असर मणिपुर और सिक्किम में देखने को मिला है।
Read more :JEE Advanced Result 2025: जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट जारी, यहां करें चेक…
मणिपुर: 19,000 लोग बाढ़ से प्रभावित
मणिपुर में बीते चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। अब तक 19,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं और 3,365 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, सबसे ज्यादा प्रभावित जिले इंफाल ईस्ट और सेनापति हैं। इंफाल के हीनगांग, वांगखेई और खुरई विधानसभा क्षेत्रों में हालात बेहद गंभीर हैं।प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए 31 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जिनमें से अधिकांश इंफाल पूर्वी जिले में स्थित हैं। इन शिविरों में लोगों को भोजन, पानी, प्राथमिक चिकित्सा और रहने की सुविधाएं दी जा रही हैं।
Read more :IPL 2025: मुंबई इंडियंस की हार के बाद भावुक हुए हार्दिक पांड्या, मैदान पर छलका दर्द
पर्यटकों को निकालने में जुटे स्थानीय लोग
सिक्किम भी बाढ़ की चपेट में है। राज्य में भारी बारिश और उससे उत्पन्न संकट के कारण अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। लाचुंग और आसपास के इलाकों में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए पुलिस, वन विभाग, स्थानीय निवासी और लाचुंग होटल एसोसिएशन मिलकर प्रयास कर रहे हैं।लाचुंग होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष ग्यात्सो लाचुंगपा स्वयं राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। कठिन परिस्थितियों के बावजूद प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से धीरे-धीरे हालात सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।
Read more :UP Corona Cases:फिर बढ़ने लगे कोविड के मामले, चार मरीज अब तक मिले पॉजिटिव..
भारतीय वायुसेना का रेस्क्यू मिशन
अरुणाचल प्रदेश के निचली दिबांग घाटी जिले में बाढ़ग्रस्त बोमजीर नदी में फंसे 14 लोगों को भारतीय वायुसेना (IAF) ने Mi-17 हेलीकॉप्टर की मदद से सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। यह अभियान असम और अरुणाचल प्रदेश सरकार के अनुरोध पर शुरू किया गया था।सेप्पा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर सात लोगों की जान चली गई। लगातार बारिश से संपर्क मार्ग टूट गए हैं, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है, फिर भी IAF और स्थानीय प्रशासन सक्रिय रूप से बचाव कार्य कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की निगरानी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और राहत कार्यों की जानकारी ली। केंद्र सरकार ने सभी प्रभावित राज्यों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
Read more :Box Office Collection: वीकेंड पर किस फिल्म ने मचाया तहलका? जानिए कमाई की पूरी कहानी!
राहत कार्य जारी, सहयोग की अपील
नॉर्थ-ईस्ट भारत इस समय बाढ़ की विकट स्थिति से जूझ रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें, सेना और स्थानीय नागरिक मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों से बचें, प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें और आवश्यकता होने पर हेल्पलाइन से संपर्क करें।