Giorgia Meloni Controversy: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं जिसने देशभर में गहरा आक्रोश और विवाद खड़ा कर दिया है। मेलोनी के साथ उनकी बहन एरियाना और कई अन्य इटालियन महिलाओं की तस्वीरें भी ऐसी ही आपत्तिजनक स्थिति में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘फिका’ पर अपलोड की गईं। इन तस्वीरों के साथ लैंगिक भेदभाव से भरे कैप्शन भी दिए गए जिन्हें लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।
तस्वीरों की चोरी और छेड़छाड़ का आरोप
जानकारी के अनुसार ये तस्वीरें मेलोनी और अन्य महिलाओं के निजी सोशल मीडिया अकाउंट्स से चुराकर छेड़छाड़ की गईं और एडिट करके ‘फिका’ नामक वेबसाइट के VIP सेक्शन में अपलोड की गईं। ‘फिका’ के 7 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इस वेबसाइट पर अपलोड की गई तस्वीरों को लेकर महिला अधिकार समूह और विपक्षी दलों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
फेसबुक अकाउंट बंद होने के बाद बढ़ी विवाद की आंच
सूत्रों का कहना है कि 7 दिन पहले मेटा ने ‘मिया मोग्ली’ नामक फेसबुक अकाउंट को बंद किया था, जो कि इटली में पत्नियों या अज्ञात महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें शेयर करने के लिए जाना जाता था। इस अकाउंट के बंद होने के कुछ ही समय बाद प्रधानमंत्री मेलोनी की तस्वीरें वायरल हुईं जिसे फेसबुक अकाउंट बंद करने के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है। ‘फिका’ शब्द इतालवी भाषा में एक अपशब्द है और इस नाम से साल 2005 में वेबसाइट शुरू हुई थी। इस वेबसाइट के खिलाफ इटली की वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी (PD) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी की नेता वेलेरिया कैम्पाग्ना ने कहा कि उनकी भी कई तस्वीरें इस वेबसाइट पर बिना अनुमति के अपलोड की गई हैं। अभिनेत्री-पार्टी डायरेक्टर पाओला कॉर्टेलेसी, फिल्म ‘सी’ए एनकोरा डोमनी’ की डायरेक्टर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर चियारा फेरग्नी की भी तस्वीरें शामिल हैं।
कौन हैं जॉर्जिया मेलोनी?
जॉर्जिया मेलोनी इटली की वर्तमान प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने 22 अक्टूबर 2022 को यह पद संभाला। वे दक्षिणपंथी राष्ट्रीय-रूढ़िवादी पार्टी फ्राटेली डी’इटालिया की अध्यक्ष हैं, जिनकी स्थापना 2012 में हुई थी। मेलोनी कैथोलिक हैं और नाटो समर्थक होने के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने की वकालत करती हैं। 2021 में उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘Io sono Giorgia’ (मैं हूँ जॉर्जिया) प्रकाशित की थी।
समाज और सरकार से मांगी सख्त कार्रवाई
इस पूरे मामले ने इटली में महिलाओं की निजता और सम्मान के प्रति एक नई बहस को जन्म दिया है। कई महिला अधिकार संगठन और राजनीतिक दल सरकार से इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री पर रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर महिलाओं की छवि को बदनाम करने वाले इस कदम को गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और अन्य महिलाओं की निजी तस्वीरों का सोशल मीडिया पर इस तरह से दुरुपयोग और अपमान न केवल उनकी निजता का हनन है, बल्कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते लैंगिक भेदभाव को भी उजागर करता है। अब इटली की सरकार और संबंधित एजेंसियों पर यह जिम्मेदारी बढ़ गई है कि वे इस मुद्दे का सख्ती से समाधान निकालें और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जिम्मेदार ठहराएं।
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