OG Movie Review: साउथ के पावर स्टार पवन कल्याण की जानी-मानी फिल्म ‘OG: They Call Him OG’ गुरुवार यानी 25 सितंबर को वर्लडवाउस सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इसके कुछ खास शो बुधवार रात भी आयोजित किए गए थे, फिल्म का निर्देशन सुजीत ने किया है साथ ही प्रोडक्शन की बागडोर डीवीवी दानय्या ने संभाली है और मूवी DVV एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनाई गई है।
इमरान हाशमी समेत ये किरदार शामिल
फिल्म के किरदार की बात करें तो कल्याण के साथ इमरान हाशमी, प्रियंका मोहन, अर्जुन दास, श्रीया रेड्डी और प्रकाश राज जैसे कलाकारों ने मेन लीड रोल निभाया है। साल 2025 में ये पवन कल्याण की दूसरी फिल्म है, इससे पहले वे ‘हरि हरा वीरा मल्लू’ में नजर आए थे, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाई थी।
अतीत और वर्तमान की उलझी परतें
‘OG’ की कहानी की शुरुआत साल 1940 से जापान से होती है, जो कि समुराई गैंग्स के बीच एक भीषण संघर्ष होता है। इस दौरान एक योद्धा ओजी (ओजस गंभीरा) देश छोड़कर निकल जाता है। वह सत्य दादा (प्रकाश राज) के साथ मिलकर मुंबई में एक बंदरगाह बनाने का सपना देखता है।
70 के दशक में, कहानी मुंबई में शिफ्ट हो जाती है, जहां माफिया, राजनीति और बंदरगाह की जमीन को लेकर जंग छिड़ी है। सत्य दादा, उनकी पत्नी गीता (श्रीया रेड्डी) और ओजस मिलकर मिराजकर (तेज सप्रू) के परिवार से टकराते हैं। लेकिन एक गंभीर घटना के बाद ओजस मुंबई छोड़ देता है। सालों बाद जब मुंबई और सत्य दादा पर बड़ा खतरा मंडराने लगता है, तो क्या ओजस लौटेगा?
फिल्म में क्या है खास?

फिल्म का सबसे बड़ा खास पवन कल्याण की दमदार मौजूदगी माना गया है। उनका किरदार ओजस गंभीरा स्टाइलिश, इमोशनल और बेहद ताकतवर है। एक्शन सीन्स में उनकी स्क्रीन प्रजेंस बेहद प्रभावशाली है और दर्शकों को स्क्रीन से बांध कर रखती है।
निर्देशक सुजीत ने कहानी में दो विलेन पेश किए हैं — इमरान हाशमी और अर्जुन दास। दोनों ही अपने-अपने अंदाज में खतरनाक लगे हैं। इमरान का स्क्रीन टाइम भले ही सीमित है, लेकिन उन्होंने अपनी छाप छोड़ी है। वहीं अर्जुन दास की आवाज और एक्सप्रेशन दमदार हैं।
कलाकारों का प्रदर्शन
- पवन कल्याण – हर फ्रेम में दमदार, खासकर एक्शन सीन्स में गजब की एनर्जी
- इमरान हाशमी – खलनायक के रोल में शानदार, लेकिन स्क्रीन टाइम थोड़ा कम
- प्रकाश राज – हमेशा की तरह मजबूत और प्रभावशाली
- श्रीया रेड्डी और अर्जुन दास – दोनों का परफॉर्मेंस बेहतरीन
- प्रियंका मोहन – स्क्रीन पर कम समय के लिए दिखीं, लेकिन किरदार फीका रहा
Read more: Bihar Election 2025 से पहले E-Sign फीचर लॉन्च, अब वोटर लिस्ट से नाम हटाना होगा मुश्किल
निर्देशन और तकनीकी

डायरेक्टर सुजीत ने फिल्म को ग्रैंड और स्टाइलिश ट्रीटमेंट दिया है। हालांकि अतीत और वर्तमान के बीच स्विच करने की वजह से कहानी थोड़ी उलझती है। कुछ हिंदी डायलॉग पुराने फिल्मों जैसे लगते हैं, जो कमजोर पक्ष है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और एक्शन कोरियोग्राफी बेहतरीन है। सिनेमैटोग्राफी और लोकेशन्स भी फिल्म को विजुअली स्ट्रॉन्ग बनाते हैं।
