Ola Electric Share Price: इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 Results) के नतीजे जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी को ₹428 करोड़ का घाटा हुआ है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा ₹347 करोड़ था। यानी साल-दर-साल (YoY) आधार पर ओला का घाटा बढ़ा है।हालांकि अगर तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) तुलना करें, तो घाटे में काफी गिरावट दर्ज की गई है। पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2025 में ओला को ₹870 करोड़ का नुकसान हुआ था। इस लिहाज से घाटा लगभग आधा हो गया है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
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रेवेन्यू में भारी गिरावट
कंपनी की सेल्स यानी रेवेन्यू पर नजर डालें तो जून तिमाही में यह 49.6% घटकर ₹828 करोड़ रह गया। इस गिरावट का मुख्य कारण बाजार में तेज प्रतिस्पर्धा है। बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर और अन्य पारंपरिक वाहन कंपनियों की इलेक्ट्रिक सेगमेंट में एंट्री ने ओला को जबरदस्त टक्कर दी है।इसके बावजूद, शेयर बाजार में ओला के प्रति निवेशकों का भरोसा कम नहीं हुआ है। 14 जुलाई को ओला का शेयर बीएसई (BSE) पर करीब 7% की तेजी के साथ ₹42.63 पर बंद हुआ। यह शेयर पिछले क्लोजिंग प्राइस ₹39.82 के मुकाबले सुबह ₹39.92 पर खुला था और दिन में मजबूती के साथ ऊपर चढ़ता गया।
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शेयर में उछाल की संभावित वजहें
- घाटा कम होना (QoQ): तिमाही-दर-तिमाही घाटे में कमी निवेशकों को यह संकेत देती है कि कंपनी लागत पर नियंत्रण पा रही है और सुधार की ओर अग्रसर है।
- लॉन्ग टर्म ग्रोथ उम्मीदें: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर को भारत सरकार से सब्सिडी और नीति समर्थन मिल रहा है, जिससे ओला जैसी कंपनियों में भविष्य की ग्रोथ को लेकर उम्मीद बनी हुई है।
- मार्केट सेंटिमेंट: हालिया सकारात्मक बाजार धारणा और नए निवेशकों की एंट्री भी स्टॉक की कीमत को ऊपर ले जाने में मदद कर सकती है।
- संभावित बिजनेस रणनीति: कंपनी नए प्रोडक्ट्स, टेक्नोलॉजी और विदेशी विस्तार पर काम कर रही है, जिससे निवेशकों को लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न की संभावना दिखती है।
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घाटा बढ़ा, लेकिन भविष्य की उम्मीदें बरकरार
हालांकि ओला इलेक्ट्रिक को इस तिमाही में ज्यादा घाटा हुआ है और रेवेन्यू में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है, फिर भी शेयर बाजार ने इसे सकारात्मक रूप में लिया है। इसकी प्रमुख वजह घाटे में आई तात्कालिक कमी और भविष्य में ग्रोथ की संभावना हो सकती है। निवेशक इसे एक सुधारात्मक चरण मानते हुए ओला के दीर्घकालिक विज़न पर विश्वास जता रहे हैं।ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाली तिमाहियों में ओला किस प्रकार प्रदर्शन करता है और क्या यह अपने वित्तीय नतीजों को सुधार कर शेयर की इस तेजी को स्थायित्व दे पाएगा।