Nepal Political Crisis: नेपाल में जारी Gen-Z प्रदर्शन के बीच मंगलवार को राजनीतिक संकट गहराता गया। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने इस्तीफे के कुछ ही देर बाद देश छोड़ दिया। उनके साथ सात मंत्री भी हेलिकॉप्टर से नेपाल छोड़कर चले गए। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ओली और उनके मंत्री किस स्थान पर गए हैं। वहीं, प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के आवास बालुवाटार पर कब्जा करने में सफल रहे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया है।
केपी शर्मा ओली के देश छोड़ने के पीछे प्रदर्शनकारियों का दबाव
नेपाल में भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया पर बैन और सरकार की नीतियों के खिलाफ 8 सितंबर से तेज़ी से बढ़ रहे Gen-Z आंदोलन ने देश की राजनीति को पूरी तरह हिला दिया। हजारों युवा और नागरिक सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांगें लगातार बढ़ती गईं और सरकार की सख्ती के कारण हिंसा भी भड़क उठी। ऐसे में ओली सरकार को मजबूरन इस्तीफा देना पड़ा और वे देश छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। उनके साथ 7 अन्य मंत्रियों का जाना यह दर्शाता है कि पूरी सरकार संकट में है।
बालुवाटार पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास बालुवाटार को घेरकर वहां कब्जा कर लिया है। यह कदम नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और विरोध प्रदर्शन की गहराई को दर्शाता है। बालुवाटार पर कब्जा प्रदर्शनकारियों की बढ़ती ताकत का प्रतीक है और इसने सरकार के खिलाफ जनता की नाराजगी को और मजबूती दी है।
राजनीतिक संकट के बीच भविष्य की अनिश्चितता
केपी शर्मा ओली के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद नेपाल की राजनीति अस्थिर हो गई है। देश में अब सत्ता का वैकल्पिक नेतृत्व खोजने की कवायद तेज हो गई है। वहीं, जनता और विशेषकर युवा वर्ग की नजरें अब नए नेताओं पर टिकी हैं, जो भ्रष्टाचार और पुरानी राजनीति से लड़ सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि नेपाल को अब लंबे समय तक शांतिपूर्ण और स्थिर शासन के लिए नए गठबंधन और नेतृत्व की जरूरत है।
Gen-Z आंदोलन की मजबूती और भूमिका
नेपाल में चल रहे इस Gen-Z आंदोलन की ताकत इस बात से साबित होती है कि युवा वर्ग अब पारंपरिक राजनीति से बाहर आकर अपनी आवाज बुलंद कर रहा है। वे बदलाव की मांग कर रहे हैं और भ्रष्टाचार तथा राजनीतिक मनमानी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
यह आंदोलन नेपाल के राजनीतिक इतिहास में एक नए युग की शुरुआत कर सकता है, जहां युवाओं की भागीदारी और उनकी मांगें प्राथमिकता में होंगी। नेपाल में केपी शर्मा ओली के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। 7 मंत्रियों के साथ ओली का देश छोड़ना दर्शाता है कि सरकार की स्थिति बेहद नाजुक है। प्रदर्शनकारियों का पीएम आवास पर कब्जा राजनीतिक अस्थिरता की चेतावनी है। अब नेपाल के सामने नई राजनीतिक चुनौतियां हैं, जिनका हल निकाला जाना आवश्यक है।
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