Ayodhya: अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर सरयू नदी में लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। यह सिलसिला सुबह तीन बजे से ही शुरू हो गया था और सूर्योदय के साथ श्रद्धा की धारा और प्रबल होती गई। सरयू घाट से लेकर प्रमुख मंदिरों तक जाने वाले मार्ग श्रद्धालुओं से भरे रहे।
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मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

नागेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का अभिषेक किया। हनुमानगढ़ी, कनक भवन, श्रीराम जन्मभूमि जैसे प्रमुख मंदिरों में दर्शनार्थियों की लंबी कतारें सुबह से ही लगी रहीं। रामनगरी की आस्था इस दिन अपने चरम पर दिखाई दी।
यातायात व्यवस्था में बदलाव
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने यातायात डायवर्जन लागू किया। लता मंगेशकर चौक और सरयू घाट की ओर जाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया। आवश्यक सेवाएं और एम्बुलेंस को छूट दी गई है। पांच स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
नगर निगम ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 250 बायो टॉयलेट, 9 स्थायी चेंजिंग रूम, 63 केबिन और 25 टेंट आधारित चेंजिंग रूम की व्यवस्था की है। महिला श्रद्धालुओं को विशेष ध्यान में रखते हुए साफ-सफाई और कपड़े बदलने की सुविधा सुनिश्चित की गई है।
महापौर और नगर आयुक्त ने किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी और नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सफाई, प्रकाश, शौचालय और जल आपूर्ति की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। नगर निगम के अधिकारी लगातार निगरानी में हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
250 सफाई कर्मचारी तैनात
जनसंपर्क अधिकारी मुकेश पांडेय ने बताया कि तीन शिफ्टों में 250 सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 25 स्थानों पर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। स्टैंड पोस्ट, वाटर कियाक्स और हैंडपंप भी सक्रिय हैं। घाटों और पार्किंग स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था पूरी कर दी गई है।
तीन जोन में निगरानी की व्यवस्था

नगर निगम ने मेला क्षेत्र को तीन जोन में विभाजित किया है। सुपर नोडल अधिकारी और नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सरयू घाट, राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और लता चौक से टेढ़ी बाजार तक की निगरानी डॉ. नागेंद्र नाथ और अशोक गुप्त को सौंपी गई है। अन्य घाटों पर भी अधिकारियों की तैनाती की गई है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
