Operation Sindoor Latest News: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है, वहीं भारत में खुशी का माहौल है। इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकवादियों के खात्मे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि पाकिस्तान को भी रणनीतिक नुकसान पहुंचाया। अब, मोदी सरकार इस सफलता को और बड़े कदम के रूप में भुनाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपये का इजाफा कर सकती है, जिसका उपयोग सैन्य क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर के लिए 50,000 करोड़ रुपये का आवंटन

हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपये का इजाफा करने का प्रस्ताव तैयार किया है। यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो वित्त वर्ष 2025-26 में कुल रक्षा बजट सात लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा। इस इजाफे का मुख्य उद्देश्य रक्षा अनुसंधान, हथियारों, गोला-बारूद और अन्य सैन्य उपकरणों की खरीद को बढ़ावा देना है।
केंद्रीय बजट में पहले ही हुआ था इजाफा
1 फरवरी 2025 को पेश किए गए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय सशस्त्र बलों के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया था। यह आवंटन पिछले वर्ष यानी 2024-25 में दिए गए 6.22 लाख करोड़ रुपये से 9.2 प्रतिशत अधिक था। इस राशि का बड़ा हिस्सा सेना की आधुनिकरण और सैन्य शक्ति को बढ़ाने में खर्च किया जाएगा। अब ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को ध्यान में रखते हुए और भी अधिक धनराशि की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
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रक्षा बजट का इस्तेमाल कहां होगा?

सूत्रों के अनुसार, 50,000 करोड़ रुपये का यह अतिरिक्त आवंटन खास तौर पर रक्षा अनुसंधान, हथियारों की खरीद, और सेना की अन्य महत्वपूर्ण जरूरतों के लिए किया जाएगा। इसमें गोला-बारूद, सैन्य उपकरणों और अन्य सैन्य साधनों की खरीदारी शामिल होगी, जिससे भारतीय सेना की ताकत और बढ़ेगी। माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान इस आवंटन को मंजूरी दी जा सकती है।
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नरेंद्र मोदी सरकार का रक्षा पर ध्यान

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में सत्ता में आने के बाद से सरकार ने रक्षा क्षेत्र को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। मोदी सरकार ने अपने पहले साल में रक्षा मंत्रालय को 2.29 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था, जो पिछले एक दशक के मुकाबले तीन गुना अधिक था। इस बार भारत के कुल बजट का 13 प्रतिशत हिस्सा रक्षा के लिए निर्धारित किया गया है, जो सभी मंत्रालयों में सबसे अधिक है।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। विशेष रूप से 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकवादी शिविरों पर की गई कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान में खौफ और बढ़ गया है। इस ऑपरेशन ने आतंकवादियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की, जिससे न केवल आतंकवादियों की कमर टूटी, बल्कि पाकिस्तान को भी गहरा रणनीतिक नुकसान हुआ।

