Opposition Outperformed Govt on Op Sindoor: कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले सहित बीते कुछ वर्षों में हुए अन्य बड़े आतंकवादी घटनाओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए हमलावर रुख अपनाया है। मंगलवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में खेड़ा ने सरकार से तीखे सवाल पूछे और प्रधानमंत्री के बयानों को “फ़िल्मी डायलॉगबाजी” करार दिया।पवन खेड़ा ने कहा, “यह कोई मज़ाक का विषय नहीं है। देश के प्रधानमंत्री प्रेम चोपड़ा या परेश रावल की तरह डायलॉग मारते हैं। कभी रगों में बहते खून की बात करते हैं, तो कभी सिंदूर की। क्या यह किसी राष्ट्र के प्रधानमंत्री की भाषा हो सकती है?”
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आतंकी हमलों पर सरकार की चुप्पी पर सवाल
कांग्रेस नेता ने देश में हाल ही में हुए पुंछ (2023), गांदरबल (2024) और पहलगाम (2025) जैसे आतंकवादी हमलों का ज़िक्र करते हुए कहा कि सरकार ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया कि इन घटनाओं के पीछे कौन था और जिम्मेदार आतंकियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई।उन्होंने सवाल किया, “आज तक कोई जवाब नहीं आया कि इन आतंकी हमलों के पीछे कौन थे, वे कहां हैं, और क्या सरकार ने कोई सटीक कदम उठाया?”
हाफिज सईद और मसूद अजहर को लेकर भी उठाए सवाल
पवन खेड़ा ने हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे कुख्यात आतंकियों के अब तक न पकड़े जाने पर भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “यह जानना देश का अधिकार है कि इन आतंकियों के खिलाफ सरकार क्या कार्रवाई कर रही है। क्या सीजफायर की शर्तों में इनकी वापसी शामिल है या नहीं?”
सीजफायर पर स्पष्टता की मांग
खेड़ा ने पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर समझौते को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जनता को अब तक नहीं बताया गया कि आखिर यह समझौता किन शर्तों पर हुआ और भारत ने इसके तहत क्या प्रतिबद्धताएं लीं।“क्यों देश को नहीं पता कि किस आधार पर सीजफायर हुआ? क्या हम आतंकियों की वापसी की बात कर रहे हैं या सिर्फ समझौते की कामना कर रहे हैं?”
संसद के विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक की मांग
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र से संसद का विशेष सत्र बुलाने और इन मुद्दों पर गंभीर चर्चा करने की मांग की है। इसके साथ ही वे प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं ताकि आतंकी हमलों और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर व्यापक विमर्श हो सके।
‘सिर्फ डायलॉग नहीं, ठोस जवाब चाहिए’
कांग्रेस नेता का यह हमला सिर्फ शब्दों की लड़ाई नहीं बल्कि सरकार से जवाबदेही की मांग है। पवन खेड़ा का कहना है कि जब देश की सुरक्षा, आतंकी हमले और अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसे गंभीर मुद्दे सामने हों, तो देश को सिर्फ नारों और डायलॉगबाजी से नहीं, पारदर्शिता और गंभीर विमर्श की ज़रूरत होती है।