Operation Sindoor: भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई की। थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से इस जवाबी हमले को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर नामित किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, इस स्ट्राइक में 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया गया और 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया। पीएम मोदी ने खुद इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी की।
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पहलगाम हमले की पीड़ित महिलाओं को मिला इंसाफ
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी। आतंकियों ने पीड़ितों की पहचान पूछकर उन्हें गोली मारी थी, जिनमें अधिकतर पुरुष और पर्यटक शामिल थे। इस बर्बर हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ गई थी। भारत की यह जवाबी कार्रवाई केवल रणनीतिक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में ठोस कदम थी। इस सैन्य कार्रवाई से पहलगाम की पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
पाकिस्तान के खिलाफ पहले ही लिए गए थे सख्त फैसले
इस सैन्य कार्रवाई से पहले भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर कदम उठाए थे। भारत ने सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया था, जो दशकों पुराना समझौता था। इसके साथ ही राजनयिक संबंधों में कटौती करते हुए पाकिस्तान से व्यापारिक और डाक सेवाएं भी रोक दी गई थीं। इन कड़े निर्णयों को पाकिस्तान के लिए चेतावनी और संभावित जवाबी हमले की तैयारी के रूप में देखा गया था।
रात 1 बजे हुआ ऑपरेशन, अब भी बना है तनाव
भारतीय सेनाओं ने यह हमला मंगलवार रात करीब 1 बजे अंजाम दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारत ने सटीकता के साथ पाकिस्तान और पीओके के भीतर कई आतंकी अड्डों को टारगेट किया। इस कार्रवाई के बाद पूरे क्षेत्र में सैन्य और राजनीतिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। रक्षा मंत्रालय हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहा है।
भारत की “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत की गई यह सैन्य कार्रवाई केवल एक जवाब नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि देश आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर तक जाकर जवाबी कदम उठाने को तैयार है। प्रधानमंत्री की सक्रिय भागीदारी और तीनों सेनाओं की एकजुटता ने इस ऑपरेशन को ऐतिहासिक बना दिया है। पाकिस्तान को अब वैश्विक स्तर पर भी इस हमले का असर झेलना पड़ सकता है।