Army Rocket Force Pakistan: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान अब रक्षा पर जोर दे रहा है। पाकिस्तानी प्रशासन सेना में एक नई सैन्य शाखा बना रहा है, जिसका नाम ‘आर्मी रॉकेट फ़ोर्स’ रखा गया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ ने बुधवार को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के 78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में ‘आर्मी रॉकेट फ़ोर्स’ के गठन की घोषणा की। यह कदम इस साल मई में भारत के साथ हुई भीषण झड़प के बाद उठाया गया है।
क्या है ‘आर्मी रॉकेट फोर्स’?
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने यह भी कहा कि आधुनिक उपकरणों से लैस यह फोर्स पाकिस्तानी सेना के लिए सबसे बड़े मील के पत्थरों में से एक साबित होने वाला है। पाकिस्तानी रक्षा विभाग के उच्च सचिव ने जानकारी दी है कि ‘आर्मी रॉकेट फोर्स एक स्व-नियंत्रित फोर्स है। यह फ़ोर्स उच्च शक्ति वाली मिसाइलों का इस्तेमाल करेगा। यह फ़ोर्स युद्ध के मैदान में भारत को करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में 9 आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तानी सेना ने भी जवाबी हमले का जवाब दिया। कुल मिलाकर, पाकिस्तान ने संघर्ष में भारत की शक्ति के आगे सिर झुका दिया। पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय के साथ बातचीत के बाद, भारत ने 10 मई को बदले की भावना से युद्धविराम पर सहमति जताई। हालाँकि पाकिस्तानी सेना पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है।
शाहबाज शरीफ की घोषणा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी कई जगहों पर आतंकवादी घुसपैठ की घटनाएं हुई हैं। मंगलवार रात भी बॉर्डर एक्शन टीम ने उरी सेक्टर के बारामूला सैन्य अड्डे पर हमला किया। आतंकवादियों के एक समूह ने उस अवसर का लाभ उठाकर घुसपैठ करने की कोशिश की। लेकिन सतर्क भारतीय सेना ने उस प्रयास को विफल कर दिया। गोलीबारी में एक सैनिक भी शहीद हो गया। स्वतंत्रता दिवस से पहले शाहबाज शरीफ की घोषणा से स्पष्ट है कि पाकिस्तान इस बार सैन्य रूप से और भी मजबूत होने की कोशिश कर रहा है।

