Operation Sindoor:हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव का माहौल उस समय गमगीन हो गया जब जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में शहीद हुए लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा का पार्थिव शरीर आज गांव लाया गया। पूरे गांव में शोक की लहर है और हर आंख नम है। गांव के लोगों के साथ ही जिलेभर से लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
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पाकिस्तान के संघर्ष में न्यौछावर किये प्राण
7 मई 2025 को नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन के समय लांस नायक दिनेश कुमार ने अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए। वह पुंछ सेक्टर में तैनात थे और अचानक हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
“दिनेश कुमार अमर रहें” के नारे से हुआ स्वागत
शहीद का पार्थिव शरीर दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा उनके गांव मोहम्मदपुर लाया गया, क्योंकि युद्ध जैसे हालात के चलते हवाई मार्ग बंद था। गांव पहुंचने पर लोगों ने “भारत माता की जय” और “दिनेश कुमार अमर रहें” के नारों के साथ उनका स्वागत किया। पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए खुले मैदान में रखा गया, जहां हजारों की संख्या में ग्रामीणों, परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
पिता को बेटे की शहादत पर गर्व
शहीद दिनेश के पिता दयाराम, जो एक किसान हैं, ने बताया कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। यह हमारे लिए दुख का क्षण है, लेकिन गर्व की भी बात है।” दिनेश 16 जनवरी 2025 को छुट्टी पर घर आए थे और 2 मार्च को ड्यूटी पर वापस लौटे थे।
बचपन का सपना था देश की सेवा
परिवार के अनुसार, दिनेश बचपन से ही सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहते थे। उनके बलिदान की खबर जैसे ही गांव में फैली, वहां लोगों की भीड़ लग गई और मातम छा गया। उनके दोस्त प्रमोद को सबसे पहले यह सूचना मिली थी, जिसके बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
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राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
आपको बता दे… चले कि कुछ ही देर में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और सेना के उच्च अधिकारी भी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। दिनेश की यह शहादत न केवल उनके गांव के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।