Gaza Crisis Update: फिलिस्तीन का गाजा पट्टी इन दिनों इतिहास के सबसे भयावह मानवीय संकट का सामना कर रहा है। अक्टूबर 2023 से इज़राइल द्वारा जारी हमलों और नाकेबंदी में अब तक 64,905 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 1,64,926 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इन आंकड़ों को गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय और तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु द्वारा पुष्टि की गई है।
24 घंटे में 34 शव, 316 घायल
सिर्फ पिछले 24 घंटों में ही गाज़ा के विभिन्न अस्पतालों में 34 नई लाशें पहुंचाई गईं और 316 लोग घायल हुए। युद्ध प्रभावित इलाकों में अब भी कई शव मलबे के नीचे दबे हुए हैं, जिन्हें निकाला नहीं जा सका है। सड़कों पर भी लाशें पड़ी हैं, जिन्हें उठाने तक का समय और संसाधन नहीं बचा है।
भूख बनी मौत का नया चेहरा
गाज़ा में सिर्फ बम और गोलियों से ही नहीं, बल्कि भूख से भी लोग मर रहे हैं। 425 लोग अब तक भूख के कारण दम तोड़ चुके हैं, जिनमें 145 बच्चे शामिल हैं। सोमवार को ही तीन लोगों ने भूख से तड़पकर दम तोड़ा। यह स्थिति तब और भी भयावह हो गई जब 2 मार्च 2025 को इज़राइल ने गाज़ा की सभी सीमाएं सील कर दीं, जिससे 24 लाख से अधिक लोग खाद्य संकट और भुखमरी के शिकार हो गए।
उत्तर गाज़ा में घोषित हुआ अकाल
आईपीसी (Integrated Food Security Phase Classification) ने उत्तर गाज़ा में औपचारिक रूप से अकाल की घोषणा कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, यदि सहायता नहीं मिली तो सितंबर के अंत तक खान यूनुस और दैर अल-बलाह में भी यह स्थिति फैल सकती है। इन इलाकों में अब तक भूख से 147 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 30 मासूम बच्चे शामिल हैं।
सहायता मांगते लोगों पर भी हमला
गाज़ा में मदद की आस लेकर बाहर निकलने वाले लोग भी सुरक्षित नहीं हैं। मई के अंतिम सप्ताह से अब तक 2,497 लोग सिर्फ सहायता पाने के प्रयास में मारे गए हैं, जबकि 18,000 से अधिक घायल हुए हैं। इज़राइली सैनिकों की गोलीबारी में बीते 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हुई और 47 से ज्यादा घायल हो गए।
युद्धविराम की उम्मीदें टूटीं, मौत का सिलसिला जारी
हालांकि वर्ष की शुरुआत में कुछ समय के लिए युद्धविराम हुआ था, लेकिन 18 मार्च से इज़राइल ने फिर से हमले शुरू कर दिए। तब से अब तक 12,354 लोग मारे जा चुके हैं और 53,000 से ज्यादा घायल हुए हैं। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि गाज़ा में युद्धविराम और शांति की उम्मीद अब लगभग टूट चुकी है।
नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय अदालत की कार्रवाई
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने इस स्थिति पर संज्ञान लेते हुए इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलांट के खिलाफ युद्ध अपराध और मानवता विरोधी अपराधों में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इसके साथ ही, जनसंहार के आरोपों की जांच भी चल रही है। गाज़ा आज मौत, भूख और विनाश का प्रतीक बन चुका है। हर गुजरता दिन एक नया ज़ख्म दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता पर अब सवाल उठ रहे हैं—मानवता कब जागेगी? क्या दुनिया सिर्फ गिनती करती रहेगी, या कभी कोई ठोस कदम उठाएगी?

