बछरावां थाने की पुलिस सुर्खियों में महानिदेशक के आदेशों को भी करते हैं दरकिनार…

Shankhdhar Shivi

रायबरेली संवाददाता- Balvant Singh

बछरांवा रायबरेली पुलिस महानिदेशक के लाख आदेशों के बावजूद भी जिले की पुलिस सुधारने का नाम नहीं ले रही है जबकि साफ आदेश दिए जा चुके हैं कि राजस्व के मामले में पुलिस हस्तक्षेप नहीं करेगी और ऐसी स्थिति में राजस्व कर्मचारियों को साथ में लेकर किसी भी तरह के मामले का निपटारा करेगी ताजा मामला रायबरेली के बछरावां थाना क्षेत्र का निकाल कर सामने आया है जहां साला ही अपने बहनोई की संपत्ति के लालच में मृतक के भाई का ही खून का प्यासा हो गया है।

थाने में बैठा कर मकान पर कब्जा करा दिया…


पूरे मामले पर स्थानी पुलिस खाउ कमाऊ नीति के आगे नमस्तक जरूर नजर आ रही है जहां दबंग के द्वारा जबरन घर पर घुसकर मारपीट की गई जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, लेकिन स्थानीय पुलिस विपक्षियों से मिलकर पीड़ितों को ही थाने में बैठा कर मकान पर कब्जा करा दिया। दरअसल पूरा मामला बछरावां थाना क्षेत्र के थूलेडी का प्रकाश में आया है जहां के रहने वाले आताउल्लाह पुत्र बरकत अली निवासी चंद्रिका नगर वार्ड नंबर 8 कस्बा बछरावां के रहने वाले हैं अत्ताउल्लाह काफी दिनों से बीमार रहे थे उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था हम लोग मुम्बई में रहते थे।

पत्नी जुबेदा बेगम की मृत्यु 9 महीने पहले हो चुकी थी…

बताया कि प्रार्थी को भाई ने अपनी देखभाल व साथ रहने के लिए प्रार्थी व उसके परिवार को बुला लिया था प्रार्थी अब्दुल कादिर इस दौरान पूरे परिवार साथ मुम्बई से रायबरेली आ गया और अपने भाई अताउल्लाह की देखभाल सेवा दावा दारू आदि की व्यवस्था पूरे परिवार के साथ करते रहे अताउल्लाह की पत्नी जुबेदा बेगम की मृत्यु 9 महीने पहले हो चुकी थी जिसके बाद से अताउल्लाह सदमे में रहा करते थे तत्पश्चात अताउल्ला की मृत्यु भी 3-10 2023 को हो गई हमारे परिवार के ही द्वारा उनके अंतिम क्रिया कर्म भी कराया गया आज सुबह प्रतिपक्षी गणों ने एक राय होकर घर पर हमला बोल दिया और पूरे परिवार व बच्चों को बुरी तरह मारा पीटा और लड़कियों के साथ गलत व्यवहार भी किया।

प्रियदर्शी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा…

सूचना बछरावां थाने में दर्ज कराने जब पीड़ित परिवार पहुंचा तो उसको ही थाने पर बैठा लिया गया और विपक्षीयो को मकान के अंदर काबिज कर दिया गया पीड़ित परिवार ने रायबरेली के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है की प्रार्थी के परिवार व उसका मेडिकल मोइना करा कर विपक्षियों पर कार्यवाही की जाए जिससे मेरा परिवार सुरक्षित महसूस कर सके फिलहाल जिस तरह से बछरावां थाने इस समय सुर्खियों में बना हुआ है क्योंकि साहब का गैर जनपद ट्रांसफर हो चुका है।

लेकिन अभी वह कर मुक्त नहीं हुए है तो उनको जरा सा भी डर नहीं है कि उन पर कोई कार्यवाही होगी फिलहाल पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करा कर उचित कार्यवाही करने की बात जरूर कही है अब देखना यह होगा कि आखिर इस पर पुलिस अधीक्षक क्या कार्यवाही करते हैं और इस पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं।

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