Prime TV

FOLLOW US ON :

Sign In
WATCH LIVE TV
  • वेब स्टोरीज
  • वीडियो
  • होम
  • देश
  • राज्य
    • Delhi
    • Uttarakhand
    • Punjab
    • Madhya Pradesh
    • Chhattisgarh
    • Bihar
    • Haryana
    • Maharashtra
    • Rajasthan
  • उत्तर प्रदेश
  • प्राइम चौपाल
  • आईपीएल 2025
  • विदेश
  • अपराध
  • खेल
  • शिक्षा / कैरियर
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • वायरल वीडियो
  • अन्य
    • लाइफस्टाइल
    • वेब स्टोरी
    • इतिहास
    • शख्सियत
Reading: लोकसभा चुनाव 2024: जानें लखनऊ सीट का चुनावी इतिहास
Share
Font ResizerAa
Prime TVPrime TV
Font ResizerAa
  • होम
  • देश
  • Uttar Pradesh
  • International News
  • वेब स्टोरी
  • Crime
  • Entertainment
  • Sports
  • Technology
  • धर्म
  • Business
  • Bihar
Search
  • होम
  • देश
  • राज्य
    • Delhi
    • Uttarakhand
    • Punjab
    • Madhya Pradesh
    • Chhattisgarh
    • Bihar
    • Haryana
    • Maharashtra
    • Rajasthan
  • उत्तर प्रदेश
  • प्राइम चौपाल
  • आईपीएल 2025
  • विदेश
  • अपराध
  • खेल
  • शिक्षा / कैरियर
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • वायरल वीडियो
  • अन्य
    • लाइफस्टाइल
    • वेब स्टोरी
    • इतिहास
    • शख्सियत
Follow US
  • Advertise
© Prime TV. All Rights Reserved.
Prime TV > देश > Delhi > लोकसभा चुनाव 2024: जानें लखनऊ सीट का चुनावी इतिहास
DelhiInternational NewsPackageUttar Pradeshइतिहासदेश

लोकसभा चुनाव 2024: जानें लखनऊ सीट का चुनावी इतिहास

Laxmi Mishra
Last updated: सितम्बर 26, 2023 6:20 अपराह्न
By Laxmi Mishra 2 वर्ष पहले
Share
SHARE

लोकसभा चुनाव 2024: आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि कौन कितना दांव मारेगा यह तो अभी तय नहीं किया जा सकता मगर चुनाव को लेकर जोरशोर की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दे कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अभी से सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी हैं और अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं अगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक यानि की 80 सीटें हैं।

आपको बता दे कि वर्तमान में सदन में 543 सीटें हैं। जो अधिकतम 543 निर्वाचित सदस्यों के चुनाव से बनती हैं। मगर जब यूपी की बात करेंगे तो यूपी में 80 सीटें हैं।

लोक सभा की सीटें 29 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच विभाजित है:

1- यूपी में 80 सीटें हैं।
2- वहीं केन्द्र शासित प्रदेश की बात करें तो 8 हैं।
3- आन्ध्र प्रदेश में 25 सीटें हैं।
4- अरुणाचल प्रदेश में 2 सीटें हैं।
5- असम में 14 सीटे हैं।
6- बिहार में 40 सीटें हैं।
7- छत्तीसगढ़ में 11 सीटें हैं।
8- गोवा में 1 सीटें हैं।
9- गुजरात में 26 सीटें हैं।
10- हरियाणा में 10 सीटें हैं।
11- हिमाचल प्रदेश में 4 सीटें हैं।
12- झारखंड में 14 सीटें हैं।
13- कर्नाटक में 28 सीटें हैं।
14- केरल में 20 सीटें हैं।
15- मध्य प्रदेश में 29 सीटें हैं।
16- महाराष्ट्र में 48 सीटें हैं।
17- मणिपुर में 2 सीटें हैं।
18- नागालैंड में 1 सीटें हैं।
19- उड़ीसा में 21 सीटें हैं।
20- पंजाब में 13 सीटें हैं।
21- राजस्थान में 25 सीटें हैं।
22- सिक्किम में 1 सीटें हैं।
23- तमिल नाडु में 39 सीटें हैं।
24- त्रिपुरा में 2 सीटें हैं।
25- उत्तराखंड में 5 सीटें हैं।
26- पश्चिम बंगाल में 42 सीटें हैं।
27- तेलंगाना में 17 सीटें हैं।
28- मेघालय में 0 सीटें हैं।

यूपी में लखनऊ की सीट

यूपी में लखनऊ पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि रही है। अटल बिहारी का लखनऊ से खास लगाव रहा है। यहां से अटल बिहारी पांच बार सांसद चुने गए और यहीं से सांसद रहते हुए भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जानें यह जानकारी…

भारत रत्न अटल बिहारी की लखनवी सियासत

लखनऊ जहां बीजेपी गढ़ काफी पहले से बना हुआ हैं। लोकसभा सीटों को लेकर 1991 में हुए आम चुनावों में अटल बिहारी वाजपेयी को पहली बार इस सीट पर जीत हासिल हुई थी, तब उन्होंने कांग्रेस के रंजीत सिंह को मात दी थी, उसके बाद तो मानों तो अटल बिहारी और लखनऊ का साथ हमेशा-हमेशा के लिए जुड़ गया हो गया। हालांकि 1919 से पहले भी अटल बिहारी दो बार इस सीट से चुनाव लड़ चुके थे।

पहला चुनाव 1957 में लड़े थे लेकिन जीत नहीं मिल पाई थी, फिर 1962 के चुनाव में भी मैदान में उतरे लेकिन हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद 1991 के बाद 1996 के चुनाव में अटल बिहारी एक बार फिर लखनऊ से ही चुनाव लड़े और उनके सामने समाजवादी पार्टी ने राज बब्बर को उतारा लेकिन लखनऊ में राज बब्बर का ग्लैमर नहीं चला और लखनऊ ने अपने चहेते नेता अटल बिहारी बाजपेयी को ही 52 फीसदी से ज्यादा वोट देकर लोकसभा भेजा। इसके बाद तो ये सिलसिला अनवरत 2004 तक जारी रहा, जब तक खुद राजनीति के अजातशत्रु अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा नहीं कर दी।

राजनीति से संन्यास के बाद किसके हाथ गई डोर

जब यूपी में अटल बिहारी बाजपेयी राजनीति से सन्यास 2009 में ले रहे थे और जब देश में लोकसभा के चुनाव होने थे तब बीजेपी में इस बात को लेकर काफी चिंता थी कि अब आखिर कौन अटल बिहारी बाजपेयी की इस विरासत को संभालेगा। उनकी इस सीट से आखिर कौन उम्मीदवार होगा और क्या जो उम्मीदवार होगा उसे उतना ही प्यार लखनऊ देगा जितना उसने अटल बिहारी वाजपयी को दिया। इस मुश्किल घड़ी में बीजेपी ने जिस नाम पर भरोसा जताया था वो थे लालजी टंडन जो वर्तमान में बिहार के राज्यपाल हैं।

बता दे कि लालजी टंडन अटल बिहारी के बेहद ही करीबी रहे हैं। अटल जी जब लखनऊ में रहा करते थे तो कई बार लालजी टंडन के यहां ही रुक जाते थे। यहीं जुड़ाव का फायदा लालजी टंडन को मिला और उन्हें 2009 में बीजेपी ने लखनऊ संसदीय सीट से अपना उम्मीदवार बनाया।

लालजी अटल जी के 1957 और 1962 के चुनावों में भी संगठन का जिम्मा संभाल चुके थे। 2009 में हुए लोकसभा के चुनाव में लालजी टंडन ने उस वक्त कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं रीता बहुगुणा जोशी को लगभग 41000 वोटों से मात दी थी। फिर जब 2014 में जब लोकसभा के चुनाव हुए तब बीजेपी ने बाबूजी(लालाजी) पर भरोसा नहीं जताया और इस सीट से पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रहे राजनाथ सिंह को उम्मीदवार बनाया। 2014 के चुनाव में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी को लगभग 2 लाख 72 हजार 749 वोटों से मात दी और केंद्र सरकार में गृहमंत्री बने।

लखनऊ में जातीय समीकरण

लखनऊ में जनगणना के मुताबिक जिले की कुल आबादी लगभग 50 लाख 90 हजार है। जिसमें लगभग में 71.1 प्रतिशत जनसंख्या हिंदुओं की है। इसके बाद लगभग 26.34 फीसदी आबादी मुसलमानों की है। अनुसूचित जाति की आबादी यहां लगभग 14.5 प्रतिशत है, तो अनुसूचित जनजाति लगभग 0.2 फीसदी है। इसी तरह ब्राह्मण, राजपूत वोटर मिलकर कुल करीब 18 फीसदी हैं। ओबीसी मतदाता लगभग 28 फीसदी हैं।

लखनऊ का इतिहास

यूपी की राजधानी लखनऊ जो हमारी एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। इस शहर में फारसी-प्या, शिया नवाबों द्वारा संरक्षित सभ्य, सुंदर उद्यान, कविता, संगीत जैसी संस्कृति से जाना जाता है। ऐसे में लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में लोकप्रियता ज्यादा है। बतादे कि इसे पूर्व के गोल्डन सिटी, शिराज-ए-हिंद और भारत के कांस्टेंटिनोपल के नाम से भी जाना जाता है। लखनऊ शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसांस्कृतिक खूबी, दशहरी आम के बाग़ों तथा चिकन की कढ़ाई के काम के लिये जाना जाता है।

Read More: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जानें यह जानकारी…

भारत सरकार की 2001 की जनगणना, सामाजिक आर्थिक सूचकांक और बुनियादी सुविधा सूचकांक संबंधी आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ जिला अल्पसंख्यकों की घनी आबादी वाला जिला है। आपको बता दे कि कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है।

भगवान राम की विरासत

ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। बताते चले कि लखनऊ प्राचीन कोसल राज्य का हिस्सा था। यह भगवान राम की विरासत मानी जाती थी। जिसे उन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को सौप दी थी। जिसके बाद लखनऊ को लक्ष्मणावती, लक्ष्मणपुर या लखनपुर के नाम से जाना जाता था। जिसका नाम बाद में बदल कर लखनऊ कर दिया गया था। आपको बता दे कि यहां से अयोध्या भी दूरी मात्र 80 मील है।

लक्ष्मणपुर कैसा बना लखनऊ

लखनऊ का नाम कैसे पड़ा इस पर मतभेद है। मुस्लिम इतिहासकारों के मतानुसार बिजनौर के शेख यहां आये और 1526 ई. में‌ बसे और रहने‌ के लिए उस समय के वास्तुविद लखना पासी की देखरेख में एक किला बनवाया ‌‌‌‌जो लखना किला के‌ नाम से जाना‌ गया। समय‌ के‌ साथ धीरे-धीरे लखना किला लखनऊ में परिवर्तित हो गया। जिसे लखनपुर से बदल कर लखनऊ कर दिया गया।

वहीं लखनऊ के वर्तमान रुप को देखा जाएं तो इसकी स्थापना नवाब आसफ़ुद्दौला ने 1775 ई. में की थी। अवध के शासकों ने लखनऊ को अपनी राजधानी बनाकर इसे समृद्ध किया। लेकिन बाद के नवाब विलासी और निकम्मे सिद्ध हुए। जिसके बाद नवाबों के काहिल स्वभाव का यह परिणाम हुआ की आगे चलकर लॉर्ड डलहौज़ी ने अवध को बिना युद्ध किये ही अधिग्रहण कर लिया और ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया। 1850 में अवध के अन्तिम नवाब वाजिद अली शाह ने ब्रिटिश अधीनता स्वीकार कर ली। जिसके बाद लखनऊ के नवाबों का शासन इस प्रकार समाप्त हो गया था।

जानें राजनाथ सिंह का राजनीतिक सफर

यूपी की राजधानी लखनऊ के वर्तमान में राजनाथ सिंह सांसद हैं। साथ ही भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के रक्षा मंत्री हैं। बता दे कि राजनाथ सिंह भारत के गृह मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। भाजपा की उत्तर प्रदेश जो राजनाथ का गृह राज्य भी है।

निष्कर्ष: लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश की सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य है। यहां से सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट आती हैं। इसलिए राजनीति में कहावत भी है कि यूपी से ही दिल्ली का सफर तय होता है। यही कारण है कि सभी पार्टियों का फोकस यूपी पर अधिक रहता है। वहीं चुनाव को लेकर अब तो गठबंधन भी बन गया हैं यानि कि अब NDA और I.N.D.I.A आमने-सामने की टक्कर पर हैं, फिलहाल देखा जाएं तो लम्बे समय से बीजेपी यूपी में छायी हुई हैं अब देखना हैं कि कौन इस बार यूपी में बाजी मारेगा।

You Might Also Like

यहां जानें काजू की स्वादिष्ट सब्जी बनाने की आसान रेसिपी..

अमृत महोत्सव के अवसर पर , मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन

UP Police Transfer: मंत्री को इंतजार करना पड़ा भारी, IPS के आदेश पर पुलिस अधिकारियों के तबादले

लोकसभा का रण, NDA के खिलाफ I.N.D.I.A की तैयारी भारी!

Android से iPhone में स्विच करना हुआ बहुत आसान, अब एक क्लिस से सबकुछ होगा ट्रांसफर…

TAGGED:history of Rajnath SinghLok Sabha elections 2024lucknowLucknow seatNDA और I.N.D.I.Aupnewsकेन्द्र शासित प्रदेशोंजातीय समीकरणभारत रत्न अटल बिहारीयूपी में लखनऊराजनाथ सिंह का इतिहासलक्ष्मणपुर कैसा बना लखनऊलखनऊ का इतिहासलखनऊ सीटलोकसभा चुनाव 2024सदन में 543 सीटेंसीटें 29 राज्यों
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Reddit Telegram Email Print
What do you think?
Love0
Cry0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article Ghosi Upchunav: उपचुनाव पर दावेदारों की ताकत और चुनावी बयानबाजी जारी…
Next Article ‘लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान’ के द्वितीय चरण को लेकर की गई बैठक

लेटेस्ट

India Pakistan
India Pakistan News: पाकिस्तान सिंधु जल के लिए कर रहा गुहार…भारत ने आतंकवाद पर कार्रवाई तक बातचीत से किया इंकार
4 घंटे पहले
Housefull 5
Housefull 5 Box Office Collection Day 4: हाउसफुल 5 का बॉक्स ऑफिस पर धमाका… जानें अक्षय की फिल्म की अब तक की कमाई
5 घंटे पहले
Bhool Chuk Maaf
Bhool Chuk Maaf Collection: ‘हाउसफुल 5’ की सुनामी में बह गई ‘ठग लाइफ’…राजकुमार राव की ‘भूल चूक माफ’ ने मारी बाज़ी!
6 घंटे पहले
Bada Mangal 2025
Bada Mangal 2025: साल के आखिरी बड़ा मंगल पर कैसे करें हनुमान पूजा? एक क्लिक में जानें विधि
7 घंटे पहले
America
Los Angeles: America में 12 देशों के नागरिकों की एंट्री पर बैन,लॉस एंजिल्स में अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक्शन से हालात तनावपूर्ण
7 घंटे पहले
Kerala
Kerala Cargo Ship Fire: Kerala तट के पास समुद्र में बड़ा हादसा,भीषण विस्फोट में 4 सदस्य लापता 5 क्रू मेंबर्स घायल
7 घंटे पहले

Latest News in Hindi

India Pakistan News: पाकिस्तान सिंधु जल के लिए कर रहा गुहार…भारत ने आतंकवाद पर कार्रवाई तक बातचीत से किया इंकार

Housefull 5 Box Office Collection Day 4: हाउसफुल 5 का बॉक्स ऑफिस पर धमाका… जानें अक्षय की फिल्म की अब तक की कमाई

Bhool Chuk Maaf Collection: ‘हाउसफुल 5’ की सुनामी में बह गई ‘ठग लाइफ’…राजकुमार राव की ‘भूल चूक माफ’ ने मारी बाज़ी!

Bada Mangal 2025: साल के आखिरी बड़ा मंगल पर कैसे करें हनुमान पूजा? एक क्लिक में जानें विधि

Los Angeles: America में 12 देशों के नागरिकों की एंट्री पर बैन,लॉस एंजिल्स में अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक्शन से हालात तनावपूर्ण

Kerala Cargo Ship Fire: Kerala तट के पास समुद्र में बड़ा हादसा,भीषण विस्फोट में 4 सदस्य लापता 5 क्रू मेंबर्स घायल

Top Section

  • देश
  • Uttar Pradesh
  • International News
  • Breaking News
  • Crime
  • धर्म
  • Entertainment
  • Sports
  • Delhi
  • Business
  • Bihar
  • Education/Career
  • Technology
  • Health
  • Weather
  • आज का राशिफल
  • Lifestyle
  • अन्य खबरें
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • Rajasthan
  • Uttarakhand
  • IPL 2025
  • Jammu & Kashmir
  • Chhattisgarh
  • प्रयागराज
  • Punjab
  • महाकुंभ 2025
  • इतिहास
  • Pakistan
  • लखनऊ
  • Kolkata
  • Haryana
  • Package
  • Jharkhand

State

  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • कर्नाटक
  • कोलकाता
  • छत्तीसगढ़
  • गुजरात
  • जम्मू कश्मीर
  • झारखंड
  • तमिलनाडु
  • दिल्ली
  • पंजाब
  • बिहार
  • भोपाल
  • मध्यप्रदेश
  • राजस्थान
  • हरियाणा

Connect with us

Subscribe on Youtube

Download APP

  • Advertise with us
  • About us
  • Privacy Policy
  • Terms and Condition
  • Disclaimer
  • Contact us
Copyright © 2023 Prime TV India . All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?