Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन टीआरएफ पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी कार्रवाई की गई है।टीआरएफ को अमेरिका ने विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है अमेरिका ने टीआरएफ को लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन और सहयोगी बताया है।
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आतंकी संगठन TRF पर अमेरिका का बड़ा फैसला

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 17 जुलाई को एक बड़ा निर्णय लेते हुए पहलगाम आतंकी हमले में शामिल ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किया है।अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में जिक्र किया है कि,टीआरएफ ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।
पहलगाम आतंकी हमले की ली थी जिम्मेदारी
अमेरिकी विदेशी मंत्रालय के मुताबिक पहलगाम आतंकी हमला 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे बड़ा घातक आंतकी हमला है।विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा कि,टीआरएफ ने 2024 में भी भारतीय सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं।अमेरिका की ओर से कहा गया कि,यह कदम अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा,आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पहलगाम हमले के लिए न्याय दिलाने के आह्वान को लागू करने के तहत उठाया है।
एस.जयशंकर ने अमेरिका के फैसले की सराहना की

अमेरिका द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार टीआरएफ को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है।डॉ.एस.जयशंकर ने टीआरएफ को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किए जाने की सराहना की है।विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा-भारत-अमेरिका की आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की एक मजबूत पुष्टि।
सोशल मीडिया एक्स (X) पर दी प्रतिक्रिया
उन्होंने आगे लिखा-लश्कर ए तैयबा के मुखौटा संगठन टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) और वैश्विक आतंकवादी संगठन (एसडीजीटी) घोषित करने के लिए विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अमेरिकी विदेश विभाग की सराहना करता हूं।इसी संगठन ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी।आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने टीआरएफ को पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुखौटा संगठन और सहयोगी बताया है।अमेरिकी विदेश मंत्रालय के बयान में खास तौर पर जिक्र किया गया है कि TRF ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी,जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।