Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और भी बढ़ा दिया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान में यह डर बढ़ गया है कि भारत किसी भी वक्त उस पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। वहीं, भारत ने वैश्विक समुदाय से समर्थन जुटाने की दिशा में अपनी कोशिशों को तेज कर दिया है। भारत का यह कदम एक ओर महत्वपूर्ण पहलू को दर्शाता है, जहां उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी स्थिति को मजबूत करने की जरूरत है।
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राजनाथ सिंह और पीट हेगसेथ की खास बातचीत
इस बीच, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से टेलीफोन पर बात की है। यह बातचीत पहलगाम हमले को लेकर हुई है, और इसमें आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर चर्चा होने की संभावना है। इस बात से यह साफ है कि भारत इस मुद्दे पर वैश्विक समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सात अस्थायी सदस्यों से भी टेलीफोन पर बात की थी, ताकि उन्हें हमले की गंभीरता और पाकिस्तान की भूमिका से अवगत कराया जा सके।
भारत पाक के बीच तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में इस समय काफी तनाव है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं, जिनमें उच्चस्तरीय बैठकों और अधिकारियों से संवाद स्थापित करना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बैठकों में इस मुद्दे को उठाया है।
भारत ने विभिन्न देशों से आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की अपील की है, और इस दौरान उसे वैश्विक समुदाय का समर्थन मिल रहा है। भारत ने जी-20 देशों को भी इस मामले में जानकारी दी है, ताकि दुनिया भर में इस हमले की गंभीरता को समझा जा सके। वहीं, पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी आवाज उठाई है।
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भारत-पाक के बीच युद्ध की आहट
इस ताजा घटनाक्रम में, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आहट सुनाई दे रही है, राजनाथ सिंह की अमेरिका से फोन पर बातचीत एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। यह संवाद इस बात का संकेत है कि भारत इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रहा है, ताकि पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जा सके।