Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने न सिर्फ पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है बल्कि उस घर को भी तोड़ दिया है जो अभी बनना शुरू ही हुआ था। इस हमले में हरियाणा के करनाल निवासी लेफ्टिनेंट विनय नारवाल की दर्दनाक मौत हो गई। 16 अप्रैल को ही विनय की शादी हुई थी और वे अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम पहुंचे थे। यह खूबसूरत पल उनके जीवन का सबसे दुखद मोड़ बन गया।
हिमांशी ने बताई पूरी घटना
हिमांशी ने खुलासा किया कि जब वे दोनों एक स्थान पर भेलपुरी खा रहे थे, तभी एक संदिग्ध व्यक्ति उनके पास आया और विनय से नाम पूछा। जैसे ही उसे पता चला कि विनय मुस्लिम नहीं हैं, उसने तुरंत फायरिंग शुरू कर दी। हमले में विनय को सीने, गर्दन और बाएं हाथ के पास गंभीर गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हिमांशी ने बताया कि यह सब इतनी तेजी से हुआ कि कोई कुछ समझ नहीं पाया। हालांकि वह खुद हमले में सुरक्षित रहीं।
हिमांशी का वीडियो वायरल
इस हमले के तुरंत बाद हिमांशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह घटना की पूरी जानकारी देती दिख रही हैं। उन्होंने आतंकियों की क्रूरता और इस हमले की बर्बरता को उजागर किया है।
घटनास्थल पहुंचे विनय परिजन
घटना की सूचना मिलते ही विनय के पिता, बहन और ससुर उसी रात को कश्मीर के लिए रवाना हो गए। बुधवार सुबह विनय का पोस्टमॉर्टम किया गया और उनकी पार्थिव देह हवाई मार्ग से दिल्ली लाई जाएगी। इसके बाद करनाल स्थित उनके पैतृक गांव भुसली में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वर्तमान में विनय का परिवार करनाल के सेक्टर 7 में निवास करता है।
नायब सैनी ने लेफ्टिनेंट विनय के परिजनों से की बात
लेफ्टिनेंट विनय की इस दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविंद्र कल्याण स्वयं विनय के घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी वीडियो कॉल के जरिए विनय के दादा से बातचीत कर संवेदना प्रकट की।
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हनीमून गया युवक बना आतंकियों की गोली का शिकार
आतंकी हमले में कानपुर के महाराजपुर स्थित हाथीपुर निवासी शुभम द्विवेदी की भी गोली लगने से मौत हो गई। फरवरी में शादी के बाद शुभम पहली बार अपने परिवार के 11 सदस्यों और पत्नी एसन्या के साथ घूमने गया था। 22 अप्रैल को हुए हमले के वक्त शुभम अपनी पत्नी के साथ घुड़सवारी कर रहा था। पत्नी और परिजनों के मुताबिक, आतंकियों ने पहले नाम पूछा और फिर सिर पर बंदूक सटाकर गोली मार दी। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने बताया कि आतंकियों ने पहले बहू से नाम पूछा, फिर शुभम की ओर इशारा कर जानबूझकर हत्या की। बेटे की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

