Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसी और भारतीय सेना के जवान एक्शन मोड में हैं।इस बीच भारत सरकार ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेने की शुरुआत कर दी है भारत ने पाकिस्तान के ऊपर अबतक का सबसे बड़ा एक्शन लिया जिसके तहत भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है।केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने केंद्र शासित प्रदेश में एक्टिव 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची तैयार की है।खुफिया एजेंसी की रडार पर जो आतंकी हैं उनमें हिजबुल मुजाहिदीन,लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद संगठन से जुड़े आतंकी हैं।इनमें 3 हिजबुल मुजाहिदीन से 8 लश्कर-ए-तैयबा और 3 जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े हैं।
पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने की पुष्टि
पाक समर्थित आतंकियों की अब उल्टी गिनती शुरु हो गई है आतंक के खिलाफ आज भारत के साथ पूरा विश्व खड़ा है जबकि पाकिस्तान की विश्व स्तर पर इस मामले पर खूब बेइज्जती हुई है।पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक अमेरिकी चैनल को दिए इंटरव्यू में खुद कबूल किया है कि,पिछले 3 दशकों से पाकिस्तान आतंक को पनाह और उनको अपनी सरजमीं पर पालने का काम कर रहा है।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भीषण आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके सबूत पेश किए हैं।भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने की पुष्टि की है।
खुफिया सूचनाओं के आधार पर तेज तलाशी अभियान
सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 175 संदिग्धों को हिरासत में लिया है बीते 4 दिनों में अनंतनाग पुलिस,सेना,केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और खुफिया एजेंसियों की टीमों ने संयुक्त ऑपरेशन कर आतंकियों की तलाश में छापेमारी की।जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक बयान के मुताबिक,विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने माछिल सेक्टर में एक आतंकी ठिकाने का पर्दाफाश किया है जहां तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों को गोला-बारुद एक-47 समेत तमाम अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए हैं।
घाटी में घर-घर चलाया जा रहा चेकिंग अभियान
सुरक्षाबलों ने मध्य कश्मीर के गंदेरबल में सतर्कता को बढ़ाया है गंदेरबल पुलिस ने सैन्य जवानों,पैरा कमांडो,सीआरपीएफ और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ बेहद आक्रामक रणनीति अपनाई है।जम्मू-कश्मीर के उन इलाकों में छापेमारी तेज है जहां आतंकियों के छिपे होने की जवानों को खुफिया जानकारी मिली है।पुलिस का कहना है कि,आतंकियों को कुछ लोकल सपोर्ट की भी मदद मिल रही है उनके बारे में पता लगाया जा रहा है इस प्रक्रिया में घाटी के घर-घर में तलाशी ली जा रही है र सभी संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।

