Water Cannons Against Imran Khan Sisters: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के बीच टकराव लगातार गहराता जा रहा है। इसका असर इमरान खान के परिवार पर भी साफ दिखाई दे रहा है। हाल ही में रावलपिंडी की अडियाला जेल के बाहर इमरान खान की बहनों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने कठोर कार्रवाई की।
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मुलाकात पर रोक और विरोध प्रदर्शन

इस्लामाबाद हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, इमरान खान को हर मंगलवार अपने परिवार से मिलने की अनुमति है। इसी क्रम में उनकी बहनें – नौरीन खानम नियाज़ी, अलीमा खानम नियाज़ी और डॉ. उज्मा खानम – 9 दिसंबर को जेल पहुंचीं। लेकिन उन्हें गोरखपुर चौक पर बैरिकेड के पास ही रोक दिया गया। वहां सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात थे और जेल के बाहर का पूरा इलाका छावनी में बदल दिया गया था। मुलाकात से वंचित होने पर तीनों बहनों ने कार्यकर्ताओं के साथ धरना शुरू कर दिया।
आधी रात का हमला
धरना स्थल पर बैठे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने रात 2 बजकर 20 मिनट पर बिजली काट दी और 9 डिग्री सेल्सियस तापमान में वाटर कैनन से बौछार शुरू कर दी। इस कार्रवाई में कई कार्यकर्ता घायल हुए। सरकार का मकसद धरना स्थल खाली कराना था। इमरान खान 2023 से अडियाला जेल में बंद हैं और उनकी पार्टी PTI बहनों से हुई बातचीत के आधार पर उनका संदेश जनता तक पहुंचाती रही है।
आसिम मुनीर पर निशाना और पाबंदी
मई 2023 में आसिम मुनीर के फील्ड मार्शल बनने के बाद इमरान खान ने साप्ताहिक मुलाकातों में शहबाज शरीफ की जगह सीधे सेना प्रमुख पर निशाना साधना शुरू किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन और भ्रष्टाचार के असली जिम्मेदार आसिम मुनीर हैं। इसी वजह से 12 नवंबर से 3 दिसंबर तक उनकी बहनों को मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई।
4 दिसंबर को केवल डॉ. उज्मा खानम को मिलने दिया गया। उन्होंने इमरान खान का संदेश सार्वजनिक किया जिसमें आसिम मुनीर को आतंकवाद का जिम्मेदार ठहराया गया था। इसके अगले ही दिन यानी 5 दिसंबर को सरकार ने उनकी बहनों की मुलाकातों पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी।
सरकार और सेना का तर्क
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा कि इमरान खान की बहनों ने जेल नियमों का उल्लंघन किया है क्योंकि जेल से राजनीतिक बयान देना नियमों के खिलाफ है। वहीं सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान खान को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया और उन्हें मानसिक रोगी तक कह दिया।
सेहत को लेकर सवाल

इमरान खान की सेहत को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (PIMS) की टीम ने जेल में उनके कुछ टेस्ट किए, लेकिन रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। उनकी बहन अलीमा खानम ने सरकार पर आरोप लगाया कि जब नवाज शरीफ जेल में थे, तब उनके साथ निजी डॉक्टर रहते थे, लेकिन इमरान खान को एक साल में एक बार भी अपने डॉक्टर से मिलने नहीं दिया गया।
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