Parliament Monsoon Session Speech:संसद के मानसून सत्र में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) और ‘ऑपरेशन महादेव’ (Operation Mahadev) पर विशेष चर्चा हुई। यह बहस दोपहर से शुरू होकर देर रात 1 बजकर 52 मिनट तक चली। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई। कई बार आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी देखने को मिला। मंगलवार को भी सदन में यह बहस जारी रही और माहौल गरम रहा।

गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने इस दौरान जानकारी दी कि पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को मार गिराया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन आतंकियों और उनके मददगारों को निशाना बनाया जो इस हमले में शामिल थे। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑपरेशन महादेव के जरिए घाटी में छिपे आतंकियों के खिलाफ भी निर्णायक कार्रवाई की गई है।
“चीन राक्षस है” – अखिलेश यादव का बड़ा बयान
सदन की बहस में समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने केंद्र सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान से हमें खतरा है, तो चीन राक्षस है जो हमारी जमीन और बाजार दोनों छीनने की कोशिश कर रहा है।” अखिलेश ने यह भी कहा कि यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि पाकिस्तान की सहायता आखिर कौन-सा देश कर रहा है।
“सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा?”

लोकसभा में बहस के दौरान अखिलेश यादव ने सरकार से यह सवाल भी उठाया कि सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा? उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जो सरकार कहती थी कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कोई आतंकी हमला नहीं होगा, अब वही सरकार जवाब दे कि ये हमले कैसे हो रहे हैं?”
“सीजफायर क्यों करना पड़ा?”
अखिलेश ने भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कुछ लोग कहा करते थे कि छह महीने का मौका मिल जाए तो पीओके पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन अब सीजफायर क्यों करना पड़ा?” उन्होंने सवाल किया कि अगर सरकार इतनी सक्षम थी, तो अब शांतिपूर्ण समझौते क्यों किए जा रहे हैं?
भारतीय सेना को सलाम: अखिलेश यादव
हालांकि अखिलेश यादव ने सेना की बहादुरी की जमकर सराहना भी की। उन्होंने कहा, “हमारी सेना ने न सिर्फ आतंकी ठिकानों को तबाह किया बल्कि उनके एयरबेस पर भी हमला किया। हम पाकिस्तान को सबक सिखा सकते थे। हमें अपनी सेना पर गर्व है।”उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे साहसी सेनाओं में गिनी जाती है और उन्हें इस पर गर्व है।