Parliament Monsoon Session :”सिंदूर की लाली, शौर्य की कहानी”ऑपरेशन सिंदूर में कौन-कौन से हथियारों का हुआ इस्तेमाल? रक्षा मंत्री ने बताई हर एक बात

Mona Jha
Rajnath Singh Speech
Rajnath Singh Speech

Parliament Monsoon Session: संसद में सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इसे भारत की सैन्य शक्ति और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया। इस ऐतिहासिक अभियान में भारतीय सेना ने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मार गिराया। ऑपरेशन केवल 22 मिनट में पूरा किया गया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी और उनके हैंडलर मारे गए। वहीं रक्षा मंत्री ने बताया कि यह कार्रवाई भारत की संप्रभुता और अस्मिता की रक्षा के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने दोबारा उकसाया, तो सेना फिर से जवाब देने के लिए तैयार है। इस अभियान में थलसेना, वायुसेना और नौसेना का बेहतरीन समन्वय देखने को मिला।

Read more : Operation Sindoor: 24 सांसदों की सूची जारी, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में प्रियंका गांधी और राजनाथ सिंह होंगे शामिल

“आतंक के ठिकानों को तबाह करना”

राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सीमा पार जाकर जमीन पर कब्जा करना नहीं, बल्कि आतंकी ठिकानों को खत्म करना था। भारत ने पहले भी यह दिखाया है कि वह आत्मरक्षा में निर्णायक कदम उठाने से पीछे नहीं हटता। पाकिस्तान में सक्रिय 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को सटीकता से नष्ट किया गया। यह एक सैन्य नहीं, नैतिक दायित्व था, क्योंकि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में निर्दोष नागरिकों की हत्या की गई थी।

Read more : Monsoon Session 2025: ‘पर्चियां फेंकना और तख्तियां लाना सही नहीं’ ओम बिरला ने विपक्षी नेताओं को लगाई फटकार

“पाकिस्तान को दिया करारा जवाब”

10 मई की सुबह भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे बड़े आतंकी अड्डों पर हमले किए। पाकिस्तान की सेना और एयर डिफेंस को इस तीव्र हमले का अंदाजा भी नहीं हुआ और उन्हें हार माननी पड़ी। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह संदेश था कि भारत अब किसी भी प्रकार की आतंकी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगा।

Read more : Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकियों की साजिश नाकाम, ऑपरेशन महादेव में दो के मारे जाने की खबर

तीनों सेनाओं का तालमेल

इस ऑपरेशन की सफलता का सबसे बड़ा कारण था थल सेना, वायुसेना और नौसेना का बेहतरीन तालमेल। वायुसेना ने जहां आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, वहीं नौसेना ने उत्तरी समुद्री सीमा की रक्षा मजबूत की। तीनों सेनाओं की संयुक्त कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि भारत समुद्र, हवा और जमीन पर एक साथ युद्ध लड़ने की क्षमता रखता है।

Read more : Mallikarjun Kharge: मुख्यमंत्री न बन पाने पर मल्लिकार्जुन खड़गे का छलका दर्द, आलाकमान के फैसले से थे निराश

“राजनीति से ऊपर उठकर सेना की प्रशंसा होनी चाहिए”

राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में विपक्ष को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भी हमने सेना का सम्मान किया, और आज जब सत्ता में हैं, तो विपक्ष से भी यही अपेक्षा है। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी का उदाहरण देते हुए कहा कि 1962 के युद्ध के बाद भी विपक्ष ने देश के नेतृत्व का समर्थन किया था। “हम सत्ता में हैं, पर हमेशा नहीं रहेंगे,” राजनाथ सिंह ने यह कहते हुए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सेना का समर्थन करने की अपील की।

Read more : Lucknow News:पत्नी का कत्ल करने के बाद पति ने की खुदकुशी,आम के पेड़ से लटकता मिला शव

“भारत की जवाबी कार्रवाई सेल्फ-डिफेंस में थी”

रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत की यह कार्रवाई पूरी तरह से आत्मरक्षा (सेल्फ डिफेंस) में की गई थी। यह कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं थी। पाकिस्तान ने इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और मिसाइल अटैक की कोशिशें की थीं, लेकिन भारत की सेना ने आकाश मिसाइल सिस्टम और अन्य उपायों से इन सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।

Read more : Dog Residence Certificate: पटना में लापरवाही का आलम, कुत्ते के नाम पर निकला निवास प्रमाण पत्र..प्रशासन पर सवाल

‘सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है’

राजनाथ सिंह के शब्दों में भावना झलक रही थी जब उन्होंने कहा – “यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है। यह भारत के मस्तक पर वीरता की निशानी है।” उन्होंने बताया कि आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा गया। यह सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि एक न्यायिक कार्रवाई थी — हमारे देश के नागरिकों और माताओं-बहनों की अस्मिता की रक्षा के लिए।

Read more : Pahalgam Attack: लोकसभा चर्चा से पहले चिदंबरम का विवादित बयान,कांग्रेस ने बनाई दूरी

पाकिस्तान की हार

पाकिस्तान ने 12 मई को DGMO स्तर पर बातचीत कर संघर्ष विराम की पेशकश की। भारत ने यह शर्त रखी कि यह कोई पूर्ण विराम नहीं, केवल अस्थायी रोक है। यदि फिर से किसी प्रकार की हरकत की गई, तो ऑपरेशन सिंदूर को दोबारा शुरू किया जा सकता है।

Read more : Operation Sindoor Debate:पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई सियासत, अखिलेश यादव का BJP पर तीखा हमला

ऑपरेशन से पहले का घटनाक्रम

इस ऐतिहासिक ऑपरेशन की लोकसभा में चर्चा तब शुरू हो पाई जब बिहार में वोटर वेरिफिकेशन से जुड़े SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) मुद्दे पर हंगामे के कारण सदन को तीन बार स्थगित किया गया। आखिरकार दोपहर 2:05 बजे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा आरंभ हुई, जहां सभी राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

Read more : Operation Sindoor Debate:पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई सियासत, अखिलेश यादव का BJP पर तीखा हमला

प्रेस ब्रीफिंग और सबूत

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने रात के अंधेरे में भी सबूत जुटाए और उन्हें प्रेस ब्रीफिंग के माध्यम से जारी किया। भारतीय सेना की यह क्षमता दर्शाती है कि हम न केवल युद्ध जीतने में सक्षम हैं, बल्कि उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रमाणित भी कर सकते हैं।

Read more : Bihar: मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) में EC को बड़ी सफलता SC में मामले पर आज अहम सुनवाई

प्रधानमंत्री की भूमिका

उन्होंने बताया कि 6-7 मई को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेनाओं को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई थी। यह निर्णय पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद लिया गया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी। यह हमला धर्म पूछकर किया गया था, जो हमारी सहनशीलता की सीमा को पार कर गया।

Read more : Bihar: मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) में EC को बड़ी सफलता SC में मामले पर आज अहम सुनवाई

भारत की सैन्य नीति में निर्णायक बदलाव

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के इस विस्तारपूर्ण और भावनात्मक बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ निंदा नहीं, निर्णायक कार्रवाई करेगा। ऑपरेशन सिंदूर भारत के सैन्य, रणनीतिक और नैतिक बल का प्रतीक बन गया है। भारत ने न केवल अपने लोगों की रक्षा की, बल्कि दुनिया को यह भी दिखाया कि भारत अब आतंक का मुकाबला चुप रहकर नहीं, बल्कि करारा जवाब देकर करेगा।

Read more : Bihar: मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) में EC को बड़ी सफलता SC में मामले पर आज अहम सुनवाई

‘वीरों ‘को नमन

राजनाथ सिंह ने अंत में उन सभी वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने भारत की एकता, अखंडता और सम्मान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। सिंदूर की लाली अब सिर्फ श्रृंगार नहीं, शौर्य की पहचान बन गई है।

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version