Gorakhpur वालों को नहीं मिलेगा बाबा बागेश्वर का दर्शन..

Mona Jha

Kiran singh

UP NEWS : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बाबा बागेश्वर का दरबार अब नहीं लगेगा, भक्तों को काफी दिन से 15 जनवरी का इंतजार था लेकिन प्रशासन की अनुमति न मिलने की वजह से अब धीरेंद्र शास्त्री की कथा लोग नहीं सुन पाएंगे, 15 से 19 जनवरी तक गोरखपुर के बड़हलगंज के लेटाघाट पर शास्त्री का दरबार लगने की चर्चा थी, इस कार्यक्रम को लेकर पहले से ही संशय बना हुआ था जो कि अब साफ हो गया है, बताया जा रहा है कि प्रशासन ने कथा की अनुमति बीते बुधवार को वापस ले ली है।

Read more : नजर डाले भगवान राम पर बने उन गानों पर जिनको PM Modi ने किया शेयर..

कई बार फैली है अफवाह..

गोरखपुर में इस कार्यक्रम को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही थी, स्थानीय लोगों की माने तो, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, कई बार ऐसी अफवाह फैल चुकी है कि पं. धीरेंद्र शास्त्री के दरबार को लेकर चर्चा हुई और फिर दरबार नही लग पाया, कुछ लोगों की माने तो कई बार धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगाने का प्रचार करते हुए शहर में पोस्टर बैनर भी लगे, फाइनेंसर भी तय हुए लेकिन बाद में कुछ न कुछ बताकर प्रोग्राम कैंसिल कर दिया गया।

Read more : Ram Mandir आंदोलन का रथ हांकने वाले लालकृष्ण आडवाणी प्राण प्रतिष्ठा में होंगे शामिल

क्यों कैंसिल हुआ कार्यक्रम..

कार्यक्रम के कैंसिल होने की वजह SP साउथ की रिपोर्ट बताई जा रही है, SDM गोला रोहित कुमार मौर्य ने कहा कि- खिचड़ी मेला और महोत्सव का वजह से यह कदम उठाया जा रहा है, इनका कहना है कि- कथा में होने वाली भीड़ की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मद्देनजर यह फैसला लिया जा रहा है, ये अपनी रिपोर्ट में मेला और बाबा बागेश्वर धाम के कार्यक्रम को एक साथ सुरक्षा देने में पुलिस प्रशासन की अनुपलब्धता की रिपोर्ट प्रेषित की थी।

Read more : इस दिन से शुरू होगा माघ मेला, यहां जानें गंगा स्नान की तिथियां..

गोरखपुर निवासी कथा नहीं सुन पाएंगे..

इस बार के तय प्रोग्राम की बात करें तो यह भी बताया जा रहा है कि जब कार्यक्रम की बात सामने आई, तब से पूरे शहर में चर्चाएं शुरू हो गई थी, यहां तक कि ऐसी खबरें भी थी कि बीजेपी विधायक राजेश त्रिपाठी कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने पहुंचे थे, लेकिन इस बाबत जब विधायक से सवाल किये गए तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, कार्यक्रम के आयोजक राहुल तिवारी ने यह दावा किया था- कि 15 से 19 जनवरी तक होने वाले इस कार्यक्रम की सारी तैयारियां पूरी हैं, यहां तक कि ये भी दावा किया गया था कि रोजाना एक लाख लोगों के ठहरने, स्नान भोजन, और प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी पूरी है, लेकिन ये साफ हो गया है कि अब गोरखपुर निवासी पं. धीरेंद्र शास्त्री की कथा नहीं सुन पाएंगे।

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version