Pigeon Drones: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस ने एक अनोखी और चौंकाने वाली साजिश का पर्दाफाश किया है। बीते कुछ समय से लोगों के बीच यह अफवाह तेजी से फैल रही थी कि रात के अंधेरे में आसमान में रहस्यमयी ड्रोन उड़ते दिखाई दे रहे हैं जिनमें लाल और हरी लाईट जलती है। इस अफवाह ने लोगों में भय का माहौल बना दिया था। अब पता चला है कि यह डर असली ड्रोन का नहीं, बल्कि कबूतरों पर लाइट बांधकर उड़ाए गए एक झांसे का नतीजा था।
रात में उड़ते ‘लाइट वाले कबूतर’ बने दहशत का कारण
दरअसल, मंगलवार रात ककरौली थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि आसमान में कोई चमकती हुई चीज दिखाई दे रही है, जिसे लोग ड्रोन समझ रहे हैं। पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर उस रहस्यमयी रोशनी का पीछा किया। वह रोशनी जंगल की ओर जा रही थी, जहां जाकर पुलिस को असली साजिश का पता चला। पुलिस जब जंगल के इलाके में पहुंची, तो वहां कुछ कबूतरबाज मौजूद थे। पुलिस ने आसमान में उड़ रहे दो कबूतरों को पकड़ा, जिनके पैरों और गले में लाल और हरी एलईडी लाइट बंधी हुई थी। इसके साथ ही मौके से दो युवक शोएब और शाकिब को गिरफ्तार किया गया, जो इस हरकत के पीछे थे।
पूछताछ में कबूली साजिश की बात
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में माना कि उन्होंने जानबूझकर कबूतरों के साथ लाइट बांधकर उड़ाने की योजना बनाई थी ताकि लोग इसे ड्रोन समझें और डर फैल जाए। उन्होंने बताया कि वह पहले से फैली ड्रोन अफवाह का फायदा उठाकर इलाके में सनसनी और दहशत पैदा करना चाहते थे। पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हाल के दिनों में रात को आसमान में चमकती लाइटों की खबरें सामने आ रही थीं। लोगों को लग रहा था कि ये ड्रोन हैं, जिससे कई इलाकों में लोग रात को पहरा देने तक मजबूर हो गए थे। पुलिस को लगातार मिल रही शिकायतों के बीच ककरौली की घटना ने पूरे मामले की सच्चाई उजागर कर दी।
पुलिस ने समय रहते साजिश को किया विफल
पुलिस की सतर्कता और तत्परता से यह साजिश समय रहते बेनकाब हो गई। शोएब और शाकिब को गिरफ्तार कर उनके पास से दो कबूतर और लाल-हरी एलईडी लाइट जब्त की गई है। दोनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। एक झूठी ड्रोन अफवाह ने लोगों की नींद हराम कर दी थी, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने साजिश की असलियत सामने ला दी। कबूतरों पर बांधी गई लाइटों के जरिए डर का माहौल बनाने वाले युवकों पर अब कानूनी शिकंजा कस चुका है।

