PM Modi Diwali INS Vikrant : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गोवा में INS विक्रांत पर नौसैनिकों के बीच दिवाली का पावन पर्व मनाया। यह उनकी 12वीं दिवाली है जो उन्होंने देश के जवानों के साथ मनाई है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए उनकी तपस्या, समर्पण और साहस की सराहना की।
पीएम मोदी ने कहा- “मैंने आपसे जीना सीखा”
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों के बीच अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं कल से आपके बीच हूं। एक-एक दिन मैंने आपसे कुछ सीखा है, कुछ जाना है। समंदर की गहरी रात और सूर्योदय ने मेरी दिवाली को खास बना दिया है। दिल्ली से निकलते समय मैंने सोचा था कि इस पल को जी लूं। आपकी तपस्या और समर्पण इतनी ऊंचाई पर है कि मैं उसे पूरी तरह जी नहीं पाया, लेकिन समझ जरूर पाया।”
उन्होंने यह भी बताया कि जवानों की मेहनत और उनकी आंखों की चमक देखकर मैं अंदाजा लगा सकता हूं कि यह जीवन कितना कठिन होता है। “आपके बीच रहकर आपकी सांस महसूस कर रहा था,” पीएम ने भावुक होकर कहा।
INS विक्रांत- 21वीं सदी के भारत का गौरव
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि INS विक्रांत केवल एक युद्ध पोत नहीं है, बल्कि यह 21वीं सदी के भारत के परिश्रम और सामर्थ्य का प्रतीक है। “जब इसे देश को सौंपा जा रहा था, तो मैंने कहा था कि विक्रांत विराट, विशिष्ट है। यह हमारी नई शक्ति और गौरव का परिचायक है।”
गोवा के तट से संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, “एक ओर अथाह समंदर है, तो दूसरी ओर मां भारती के वीरों का अथाह सामर्थ्य। एक ओर अनंत आकाश है, तो दूसरी ओर अनंत शक्तियों को समेटे INS विक्रांत। ये हमारी अलौलिक दीपमालाएं हैं।”
जवानों के बीच दिवाली मनाने का 12वां अनुभव
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि दिवाली का त्यौहार आमतौर पर परिवार के साथ मनाने की इच्छा होती है, लेकिन उन्होंने पिछले 11 सालों में कई बार जवानों के साथ ही यह त्योहार मनाया है। “मुझे भी अपने परिवार के बीच दिवाली मनाने की आदत है, लेकिन आपके बीच दिवाली मनाने की खुशी अलग है। इसलिए मैं हर साल जवानों के बीच दिवाली मनाने आता हूं।”
पिछले साल पीएम गुजरात के कच्छ में BSF, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जवानों के साथ दिवाली मनाए थे। खासतौर पर बीते वर्षों में जम्मू-कश्मीर में वे चार बार जवानों के बीच दिवाली मना चुके हैं।
जवानों को पीएम का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को संदेश देते हुए कहा, “आपकी तपस्या, साहस और समर्पण भारत के लिए सबसे बड़ी ताकत है। आप हमारी रक्षा के स्तंभ हैं। आपकी मेहनत और बलिदान से ही हमारा देश सुरक्षित और मजबूत है।”
प्रधानमंत्री मोदी का INS विक्रांत पर नौसैनिकों के साथ दिवाली मनाना यह दिखाता है कि वे हर संभव तरीके से देश के सैनिकों के साथ जुड़ना चाहते हैं। उनका यह कदम जवानों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ देश के रक्षा तंत्र में एकजुटता का प्रतीक भी है। इस दिवाली पर प्रधानमंत्री का संदेश युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है।
