PM Modi in Maldives: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर मालदीव पहुंचे हैं. यह यात्रा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के आधिकारिक निमंत्रण पर हो रही है. राजधानी माले में मुइज्जू स्वयं प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए अन्य मंत्रियों के साथ एयरपोर्ट पर मौजूद रहे.
माले शहर पीएम मोदी की तस्वीरों से सजा
पीएम मोदी के आगमन को लेकर माले शहर को विशेष रूप से सजाया गया है. सड़कें, पोस्टर और सरकारी इमारतें, यहां तक कि मालदीव के रक्षा मंत्रालय की इमारत भी प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी तस्वीर से सजी नजर आई. यह दृश्य भारत और मालदीव के बीच बढ़ते समीकरणों का प्रतीक बन गया है.
चीन के करीब गए थे मुइज्जू, भारत से बढ़ी दूरी
एक समय था जब राष्ट्रपति मुइज्जू ने खुलकर भारत विरोधी रुख अपनाया था। ‘इंडिया आउट’ अभियान की अगुवाई करते हुए उन्होंने चीन का रुख किया और बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर 20 अहम समझौते किए थे. तब मालदीव का झुकाव स्पष्ट रूप से चीन की ओर दिखाई दे रहा था.
भारत की सख्ती से बदले मुइज्जू के रुख
भारत के कड़े रुख और मालदीव को मिले आर्थिक झटकों के बाद मुइज्जू की नीति में बदलाव आया. भारत में “बॉयकॉट मालदीव” ट्रेंड ने वहां के पर्यटन पर भारी असर डाला। इससे मुइज्जू सरकार को समझ आया कि भारत से रिश्ते बिगाड़ना आर्थिक रूप से भी नुकसानदायक हो सकता है.
पीएम मोदी का पारंपरिक स्वागत
माले पहुंचने पर राष्ट्रपति मुइज्जू खुद प्रधानमंत्री मोदी को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे। वह तब तक विमान के पास खड़े रहे, जब तक पीएम मोदी सीढ़ियों से नीचे नहीं आए। इसके बाद पारंपरिक नृत्य और गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस दौरान मालदीव के विदेश, गृह और रक्षा मंत्री भी मौजूद थे.
PM मोदी बने मालदीव के स्वतंत्रता दिवस के मुख्य अतिथि
प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने पहुंचे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर उनकी उपस्थिति को दोनों देशों के बीच संबंधों के एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है. पीएम मोदी की यह यात्रा मुइज्जू शासन के दौरान भारत और मालदीव के रिश्तों में ठहराव के बाद अब सकारात्मक मोड़ का संकेत देती है. दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली, रणनीतिक सहयोग और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में साझेदारी की संभावनाएं एक बार फिर उजागर हुई हैं.