Rising North East Investors Summit: राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ का शुभारंभ कर पूर्वोत्तर को निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में पहल की।ऊर्जा, पर्यटन, आईटी, कृषि-प्रसंस्करण समेत कई क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ किया। पूर्वोत्तर क्षेत्र को अवसरों की भूमि के रूप में उजागर करना, वैश्विक और घरेलू निवेश को आकर्षित करना और प्रमुख हितधारकों, निवेशकों और नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाना इस शिखर सम्मेलन का लक्ष्य है।
‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ का आयोजन

‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ में जिन क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया गया है, उनमें ऊर्जा, पर्यटन, कृषि-खाद्य प्रसंस्करण और इससे जुड़े क्षेत्र भी शामिल है। साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी और आईटी आधारित सेवाएं, आधारभूत संरचना और लॉजिस्टिक्स भी शामिल है।प्राथमिक क्षेत्रों में मनोरंजन और खेल पर भी विशेष बल दिया गया है। स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास भी इसमें शामिल है। यह समिट पूर्वोत्तर को निवेश के एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का किया जिक्र
राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पीएम मोदी के स्वागत में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा,मैं ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाम करता हूं। यह सफलता उनके दृढ़ संकल्प और हमारे सशस्त्र बलों की बेजोड़ बहादुरी का एक शानदार प्रमाण है।
गौतम अडानी ने की पीएम मोदी की तारीफ
अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडानी ने कहा,पिछले एक दशक में नॉर्थ-ईस्ट की पहाड़ियों और घाटियों में भारत की विकास कहानी में एक नया अध्याय सामने आ रहा है।विविधता, लचीलापन और अप्रयुक्त क्षमता में निहित एक कहानी।इस उत्थान के पीछे एक ऐसे नेता का विजन है जो सीमाओं को नहीं केवल शुरुआत को मानता है।गौतम अडानी ने कहा,प्रधानमंत्री जी, जब आपने कहा कि एक्ट ईस्ट, एक्ट फास्ट, एक्ट फर्स्ट तो आपने पूर्वोत्तर को जगाने का काम किया।
कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ को संबोधित करते हुए कहा,आज जब मैं राइजिंग नॉर्थ ईस्ट के इस भव्य मंच पर हूं तो मन में गर्व है,आत्मीयता है और अपनापन है और सबसे बड़ी बात है भविष्य को लेकर अपार विश्वास है।अभी कुछ ही महीने पहले यहां भारत मंडपम में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था।आज हम यहां नॉर्थ ईस्ट में निवेश का उत्सव मना रहे हैं।यहां इतनी बड़ी संख्या में इंडस्ट्री लीडर्स आए हैं।यह दिखाता है कि,नॉर्थ ईस्ट को लेकर सभी में उत्साह है, उमंग है और नए-नए सपने हैं।मैं सभी मंत्रालयों और सभी राज्यों की सरकारों को इस काम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।आपके प्रयासों से वहां निवेश के लिए शानदार माहौल बना है।
EAST का मतलब-एम्पावर,एक्ट,स्ट्रैंथ और ट्रांसफॉर्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ को संबोधित करते हुए कहा,भारत को दुनिया का सबसे विविध देश कहा जाता है और हमारा नॉर्थ ईस्ट इस विविध राष्ट्र का सबसे विविध हिस्सा है।नॉर्थ ईस्ट की विविधता इसकी बहुत बड़ी ताकत है इसलिए नॉर्थ ईस्ट हमारे लिए अष्टलक्ष्मी है।अष्टलक्ष्मी के इस आशीर्वाद से नॉर्थ ईस्ट का हर राज्य कह रहा है ,हम निवेश के लिए तैयार हैं,हम नेतृत्व के लिए तैयार हैं।पीएम मोदी ने कहा,विकसित भारत के निर्माण के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना बहुत जरूरी है।नॉर्थ ईस्ट पूर्वी भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए ‘EAST’ का मतलब सिर्फ एक दिशा नहीं है। हमारे लिए EAST का मतलब है, ‘एम्पावर, एक्ट, स्ट्रैंथ और ट्रांस्फॉर्म’।पूर्वी भारत के लिए यही हमारी सरकार की नीति है।
नॉर्थ ईस्ट में अब युवाओं के लिए खुल रहे रोजगार के रास्ते-PM
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा,किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी है शांति और कानून-व्यवस्था। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी।हमारी सरकार शून्य सहिष्णुता की नीति पर चलती है।एक समय था जब नॉर्थ-ईस्ट के साथ ‘बम और बंदूक’ का नाम जुड़ा हुआ था।इसका बहुत बड़ा नुकसान वहां के युवाओं को उठाना पड़ता था।उनके हाथों से अनगिनत मौके निकल गए।हमारा ध्यान नॉर्थ ईस्ट के युवाओं के भविष्य पर है इसलिए हमने एक के बाद एक शांति समझौते किए।युवाओं को विकास की मुख्य धारा में आने का अवसर दिया।पिछले 10-11 साल में 10,000 से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता चुना है।आज नॉर्थ ईस्ट युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार के लिए नए मौके मिल रहे हैं।
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