PM Modi Japan Visit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। टोक्यो पहुंचते ही उनका भव्य स्वागत किया गया। यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ भारत-जापान आर्थिक मंच में हिस्सा लिया। यह सम्मेलन 15वां वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन है, जिसमें दोनों देशों के व्यापार, आर्थिक सहयोग और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा हुई।
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15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखे हैं। उन्होंने बताया कि भारत में निवेश के लिए यह समय सबसे उपयुक्त है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से विकास कर रही है। उन्होंने खासकर न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर में सुधार और सहयोग पर जोर दिया, जो दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत करेगा।पीएम मोदी ने कहा, “भारत और जापान हर क्षेत्र में बेहतर साझेदार हैं। हमारी दोस्ती और सहयोग लगातार गहरा हो रहा है। आज का भारत तकनीक, नवाचार और प्रतिभा का पावर हाउस बन चुका है।”
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भारत-जापान आर्थिक सहयोग का महत्व
भारत और जापान की साझेदारी सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के रणनीतिक हितों और विकास के लिए अहम है। जापान भारत को तकनीकी, बुनियादी ढांचा, ऊर्जा, और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में सहयोग प्रदान करता रहा है। इस शिखर सम्मेलन में दोनों पक्षों ने आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए नए अवसरों पर चर्चा की।पीएम मोदी ने जापान के साथ निवेश और व्यापार बढ़ाने के लिए विशेष पहल की बात कही और भारत में उद्योग और स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की युवा आबादी और कुशल जनशक्ति इसे विश्व स्तर पर एक निवेश आकर्षण केंद्र बनाती है।
पीएम मोदी के जापान दौरे का मकसद
प्रधानमंत्री मोदी जापान दौरे पर शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर आए हैं। इस दौरान वे दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग को नई दिशा देने के लिए बातचीत कर रहे हैं। उनका उद्देश्य भारत-जापान रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाना है, जिससे दोनों देशों को आर्थिक विकास के नए अवसर मिल सकें।
