PM Modi Kurnool: कुर्नूल में विकास की नई शुरुआत, मोदी ने रखी ₹13,430 करोड़ की परियोजनाओं की नींव

पीएम मोदी ने आंध्रप्रदेश के कुर्नूल में ₹13,430 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के विजन को दोहराते हुए कहा, 2047 तक देश विकसित राष्ट्र बन जाएगा। इससे पहले, उन्होंने श्रीशैलम के भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना की। ये परियोजनाएं दक्षिण भारत को आर्थिक मजबूती देंगी।

Chandan Das
PM

PM Modi Kurnool: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आंध्रप्रदेश के कुर्नूल जिले में 13,430 करोड़ रुपए की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के विजन और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

पीएम मोदी ने कहा “जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे यानी 2047 में, तब भारत पूरी तरह से विकसित राष्ट्र बन चुका होगा। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान और 140 करोड़ देशवासियों की सदी बनने जा रही है।”

कुर्नूल को मिलेगा विकास का नया आयाम

प्रधानमंत्री द्वारा जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया, उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी, ऊर्जा और उद्योग से जुड़ी योजनाएं प्रमुख हैं। मोदी ने कहा कि ये प्रोजेक्ट न केवल आंध्रप्रदेश, बल्कि पूरे दक्षिण भारत को आर्थिक मजबूती देंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत आज दुनिया में 21वीं सदी के नए मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में उभर रहा है, और इसका बड़ा श्रेय ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नीति को जाता है।“हमारा आंध्रप्रदेश, आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है। यहां के युवाओं में हुनर है, मेहनत है, और यही इस क्षेत्र को आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएगा।” – नरेंद्र मोदी

श्रीशैलम मंदिर में की पूजा-अर्चना

इससे पहले पीएम मोदी ने नांदयाल पहुंचकर प्रसिद्ध भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में दर्शन किए। यह मंदिर न केवल 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल है, बल्कि 52 शक्तिपीठों में से एक भी है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ दोनों साथ स्थित हैं।प्रधानमंत्री ने मंदिर में ध्यान और पूजा कर देश की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद उन्होंने श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र पहुंचकर भी पूजा-अर्चना की।

विकास और संस्कृति का समन्वय

पीएम मोदी की आंध्रप्रदेश यात्रा न केवल विकास योजनाओं के उद्घाटन तक सीमित रही, बल्कि इसने भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी सम्मान देने का संदेश दिया। श्रीशैलम में उनका दर्शन और ध्यान कार्यक्रम, आध्यात्मिकता और राष्ट्रनिर्माण के समन्वय का प्रतीक रहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत और सांस्कृतिक भारत – तीनों के समेकित दृष्टिकोण को रेखांकित करती है। कुर्नूल और श्रीशैलम में उनकी घोषणाएं और दर्शन, आंध्रप्रदेश के विकास के साथ-साथ पूरे देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखने के उनके संकल्प को और मजबूत करते हैं।

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