PM Modi News:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गांधी और श्री नारायण गुरु के बीच हुए संवाद की शताब्दी पर विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह का उद्घाटन किया।यह आयोजन सामाजिक न्याय और समरसता को समर्पित रहा।पीएम मोदी ने इस अवसर पर देशभर से आए श्रद्धालुओं और संतों को संबोधित किया।
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दुनिया ने देखा है भारत का सामर्थ्य क्या है-PM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि,दुनिया ने हाल ही में ये भी देखा है भारत का सामर्थ्य क्या है।ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति को दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है।हमने दिखा दिया है कि,भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है।आज का भारत, देशहित में जो भी सही है उसके हिसाब से कदम उठाता है।
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“भारत ने विश्व कल्याण के लिए वन वर्ल्ड,वन हेल्थ की पहल की”
पीएम मोदी ने कहा कि,अभी हाल ही में हमने विश्व योग दिवस मनाया।इस बार योग दिवस की थीम थी-वन अर्थ, वन हेल्थ यानी एक धरती एक स्वास्थ। इससे पहले भी भारत ने विश्व कल्याण के लिए वन वर्ल्ड, वन हेल्थ जैसे पहल की है। आज भारत सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा में वन सन,वन वर्ल्ड,वन ग्रिड जैसे ग्लोबल मूवमेंट को लीड कर रहा है। 2023 में जब भारत ने G20 समिट को लीड किया था,तब थीम रखा था-वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर। हमारे इन प्रयासों में वसुधैव कुटुंबकम की धारणा जुड़ी हुई है।
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PM मोदी ने श्री नारायण गुरु को बताया महान संत

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा,भारत की विशेषता है कि हमारा देश जब भी मुश्किलों के भंवर में फंसता है,तो कोई न कोई महान विभूति देश के किसी कोने में जन्म लेकर समाज को नई दिशा दिखाता है।कोई समाज के आध्यात्मिक उत्थान के लिए काम करता है तो कोई सामाजिक क्षेत्र में समाज सुधारों को गति देता है। श्री नारायण गुरु ऐसे ही महान संत थे।
12 मार्च 1925 को शिवगिरी मठ में हुआ ऐतिहासिक संवाद
गौरतलब है कि 12 मार्च,1925 को केरल के शिवगिरी मठ में हुए इस ऐतिहासिक संवाद में वैकोम सत्याग्रह, धर्मांतरण, अहिंसा, अस्पृश्यता उन्मूलन और दलित उत्थान जैसे विषयों पर चर्चा हुई थी।यह संवाद भारतीय सामाजिक और आध्यात्मिक इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है।इस कार्यक्रम का आयोजन श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट ने किया,जिसमें विभिन्न राज्यों से आए आध्यात्मिक नेताओं,विचारकों और अनुयायियों ने भाग लिया।यह आयोजन सामाजिक न्याय, समानता और नैतिक जागरूकता के साझा मूल्यों को सम्मान देने का प्रयास है।

