Cyclone Ditwah: श्रीलंका के लिए भारत बना ‘संकटमोचन’; PM मोदी की दिसानायके से फोन पर बात

चक्रवात 'दित्वा' से प्रभावित श्रीलंका को PM मोदी ने फोन पर निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। 'ऑपरेशन सागर बंधु' के तहत भारत ने बचाव कार्य और 53 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है, जो भारत की 'फर्स्ट रिस्पोंडर' और विजन महासागर की नीति को दर्शाता है।

Aanchal Singh
Cyclone Ditwah
PM मोदी की दिसानायके से फोन पर बात

Cyclone Ditwah: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘दित्वा’ (Cyclone Ditwah) से श्रीलंका में हुई भारी तबाही और जनहानि पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करने के लिए आज श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति दिसानायके को आश्वस्त किया कि इस कठिन समय में भारत के लोग पूरी एकजुटता और समर्थन में श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े हैं। चक्रवात ‘दित्वा’ के कारण श्रीलंका में 334 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 370 लोग अभी भी लापता हैं।

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राष्ट्रपति दिसानायके ने भारत के राहत प्रयासों के लिए आभार जताया

बताते चले कि, श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने आपदा के बाद भारत की त्वरित सहायता के लिए अपना गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने भारत द्वारा बचाव दलों और राहत सामग्री की तेजी से तैनाती की सराहना की। राष्ट्रपति दिसानायके ने भारत की समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया के प्रयासों के लिए श्रीलंका के लोगों की ओर से भी प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया। भारत ने इस मुश्किल वक्त में अपने सबसे करीबी पड़ोसी देश की मदद के लिए ‘प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता’ की भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री ने संकटग्रस्त व्यक्तियों को बचाव और राहत का आश्वासन दिया

आपोक बता दे कि, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति दिसानायके को ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ के तहत संकटग्रस्त व्यक्तियों को बचाव और राहत प्रदान करने के लिए श्रीलंका को भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भारत, अपने विजन महासागर और ‘प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता’ के रूप में अपनी स्थापित स्थिति के अनुरूप, आने वाले दिनों में सभी आवश्यक सहायता प्रदान करता रहेगा। इस सहायता में पुनर्वास प्रयासों, सार्वजनिक सेवाओं को फिर से शुरू करने और प्रभावित क्षेत्रों में आजीविका बहाल करने के प्रयास शामिल होंगे। दोनों शीर्ष नेताओं ने निकट संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।

भारत बना श्रीलंका का ‘संकटमोचन’

चक्रवात ‘दित्वा’ से देश में बाढ़, भूस्खलन और बिजली-पानी की गंभीर समस्या पैदा हुई है। इस मुश्किल घड़ी में श्रीलंका के लोगों की मदद के लिए भारत ने 28 नवंबर को ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ नाम से एक बड़ा अभियान शुरू किया। यह अभियान खोज एवं बचाव और मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही ट्विटर पर श्रीलंका के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी और दोहराया था कि भारत हमेशा ‘पहला सहायक’ बनेगा। यह कदम दोनों देशों के घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों और समुद्री सहयोग को दर्शाता है।

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