PM Modi Thailand Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 अप्रैल, 2025 को थाईलैंड में आयोजित बिम्सटेक (BIMSTEC) शिखर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की। यह मुलाकात विशेष रूप से आवश्यक मानी जा रही है क्योंकि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी। दोनों नेताओं के बीच यह द्विपक्षीय वार्ता बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से इतर आयोजित की गई थी। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी उपस्थित थे।
नेताओं ने गर्मजोशी से मिलाया हाथ
यह बैठक बैंकॉक में मोहम्मद यूनुस के अनुरोध पर हुई। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाया और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। बांग्लादेश ने इस बैठक के लिए औपचारिक रूप से अनुरोध किया था, जिसे भारत ने स्वीकार किया। इस मुलाकात को भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में मौजूदा तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
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चीन दौरे को लेकर विवाद
मुलाकात के समय, बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस अपने हालिया चीन दौरे को लेकर विवादों में रहे थे। चीन में एक भाषण के दौरान, यूनुस ने कथित तौर पर कहा था कि, बंगाल की खाड़ी का एकमात्र गार्जियन बांग्लादेश है और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने चीन को बांग्लादेश में निवेश करने का निमंत्रण देते हुए भारत की “मजबूरियों” का भी जिक्र किया था। इस बयान को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा था।
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द्विपक्षीय रिश्तों पर हो रहा हो रहा असर
दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा बढ़ रही है। अगस्त 2024 में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में कई घटनाएं घटी हैं, जो द्विपक्षीय रिश्तों पर असर डाल रही हैं। भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों को लेकर चिंता जताई है।

