PM Modi-Yunus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच हाल ही में थाईलैंड में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक के दौरान भारत और बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की गई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की भारत की इच्छा पर जोर दिया और यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ाने के लिए माहौल को खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए।
सीमा पर कानून पर सख्ती
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि सीमा पर कानून का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और अवैध सीमा पार करने की रोकथाम के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच सीमा सुरक्षा को बनाए रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भारत की चिंताओं को भी प्रमुखता से उठाया। भारत ने बार-बार बांग्लादेश से अपेक्षाएं जताई हैं कि वह अपने अल्पसंख्यक समुदायों, खासकर हिंदुओं, की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
प्रोफेसर यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी को तस्वीर की भेंट
इसके अलावा, इस मुलाकात के दौरान प्रोफेसर यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी को एक तस्वीर भेंट की। यह तस्वीर 3 जनवरी, 2015 को भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 102वें आयोजन के दौरान की है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोफेसर यूनुस को स्वर्ण पदक प्रदान किया था। यह एक प्रतीकात्मक और ऐतिहासिक क्षण था, जो दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्तों को दर्शाता है।
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शेख हसीना के कारण रिश्तों में आई कड़वाहट
हालांकि, बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई है। इसके बाद बांग्लादेश चीन और पाकिस्तान के करीब जाने लगा, जबकि भारत ने बांग्लादेश पर अपने अल्पसंख्यक हिंदू नागरिकों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है। बांग्लादेश के प्रशासन ने इन आरोपों से इनकार किया है।