Nepal Political Crisis: नेपाल में राजनीतिक संकट, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी दिया इस्तीफा, सरकार पूरी तरह से खाली

Chandan Das
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Nepal Political Crisis:  नेपाल में जारी राजनीतिक संकट और हिंसक प्रदर्शन के बीच देश की शीर्ष सत्ता में भूचाल आया है। मंगलवार, 9 सितंबर 2025 को नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा पीएम केपी शर्मा ओली के इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद आया है। ओली के इस्तीफे को राष्ट्रपति ने पहले ही स्वीकार किया था, जिसके बाद अब नेपाल में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री सहित सभी केंद्रीय मंत्री पद खाली हो चुके हैं।

नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता

नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हफ़्तों से जारी Gen-Z आंदोलन और व्यापक प्रदर्शन ने राजनीतिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया था। युवाओं के नेतृत्व वाले इस आंदोलन ने सरकार की कई नीतियों और विशेष रूप से सोशल मीडिया पर पाबंदी के खिलाफ तीखा विरोध किया था। प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर उतर कर शासन के खिलाफ आवाज उठा रहे थे, जिनमें कई बार हिंसक झड़पें भी हुईं। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई टकराव में कई लोगों की मौत और दर्जनों घायल हुए। राजधानी काठमांडू में कई सरकारी कार्यालयों और राजनीतिक नेताओं के आवासों पर आगजनी और तोड़फोड़ हुई।

राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने क्यों दिया इस्तीफा?

राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल का इस्तीफा इस ऐतिहासिक संकट के दौरान आया है, जो राजनीतिक नेतृत्व की गंभीर विफलता को दर्शाता है। राष्ट्रपति ने कहा है कि वर्तमान स्थिति में देश को स्थिरता और लोकतंत्र की बहाली के लिए नए नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने अपने इस्तीफे के माध्यम से संकेत दिया कि राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए सभी नेताओं को मिलकर काम करना होगा। उनका इस्तीफा प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद देश की राजनीतिक सत्ता में गहरी खाई को दर्शाता है। अब नेपाल में संवैधानिक संकट गहरा गया है क्योंकि देश के तीन प्रमुख पद , राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री  खाली हो चुके हैं।

नेपाल की वर्तमान स्थिति और भविष्य की चुनौतियां

नेपाल की राजनीतिक व्यवस्था फिलहाल पूरी तरह से स्थिर नहीं है। प्रदर्शनकारी युवाओं ने अपनी मांगों को लेकर दृढ़ता दिखाई है और देश में व्यापक राजनीतिक बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि सरकार और विपक्ष के बीच वार्ता की संभावना बनी हुई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। देश की राजधानी काठमांडू में अभी भी प्रदर्शन जारी हैं और सुरक्षा की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अब नेपाल को जल्द से जल्द एक सर्वसम्मति वाली सरकार की जरूरत है, जो देश को स्थिरता की ओर ले जा सके।

नेपाल में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल का इस्तीफा और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बाद अन्य मंत्रियों का पद खाली होना देश के लिए एक बड़ा राजनीतिक संकट है। देश में जारी प्रदर्शन और अस्थिरता के बीच अब नए चुनाव या किसी प्रकार के अंतरिम प्रशासन की स्थापना आवश्यक हो गई है। आने वाले समय में नेपाल की राजनीतिक दिशा तय करेगी कि देश कितनी जल्दी इस गहरे संकट से बाहर निकल पाएगा।

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