Asia Cup: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं ने एशिया कप 2025 में होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार आतंकवाद और क्रिकेट को अलग समझते हुए देशवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। AAP का कहना है कि इस मैच को कराना संवेदनशील परिस्थितियों में अनुचित है।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
AAP के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री जी को पाकिस्तान के साथ मैच करवाने की आखिर क्या जरूरत है? सारा देश कह रहा है कि ये मैच नहीं होना चाहिए, फिर यह क्यों करवा रहे हैं?”केजरीवाल ने आगे तंज कसते हुए यह भी कहा कि कहीं यह निर्णय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में तो नहीं लिया गया। उन्होंने लिखा, “क्या ये भी ट्रंप के दबाव में किया जा रहा है? आखिर ट्रंप के आगे कितना झुकोगे?”
प्रधान मंत्री जी को पाकिस्तान के साथ मैच करवाने की आख़िर क्या ज़रूरत है? सारा देश कह रहा है कि ये मैच नहीं होना चाहिए। फिर ये मैच क्यों करवाया जा रहा है?
क्या ये भी ट्रम्प के दबाव में किया जा रहा है? आख़िर ट्रम्प के आगे कितना झुकोगे? https://t.co/Wy8LPOBlHE
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 13, 2025
AAP नेताओं ने उठाए सरकार पर गंभीर सवाल
AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “हमारी 26 बहनों का सिंदूर मिटा दिया गया (पहलगाम आतंकी हमले में)। आतंकियों ने उन्हें चुन-चुनकर मारा। सरकार ने कहा था कि हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करेंगे, तो हमारी क्रिकेट टीम ऐसे लोगों के साथ कैसे खेल सकती है?” सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, “हमारी सरकार कहा करती थी कि व्यापार और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते, तो क्रिकेट और आतंकवाद कैसे साथ-साथ चल सकते हैं?”
पाकिस्तान के साथ मैच करना जनता की भावनाओं के खिलाफ
AAP नेताओं ने साफ किया कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का फैसला देश की शहादत और जनता की भावनाओं का अपमान है। उनका कहना है कि सरकार को तुरंत यह मैच रद्द करना चाहिए। पार्टी ने चेतावनी भी दी कि यदि सरकार ने यह निर्णय वापस नहीं लिया, तो आने वाले दिनों में विरोध और तेज किया जाएगा। AAP का कहना है कि यह सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं है, बल्कि जनता और शहीद परिवारों की भावनाओं की सुरक्षा के लिए किया गया कदम है। पार्टी ने संकेत दिया कि आगामी दिनों में विस्तृत विरोध प्रदर्शन और रैलियों के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाया जाएगा, ताकि यह मैच रद्द कराया जा सके।
