Swami Prasad Maurya on Operation Sindoor: रामनगरी अयोध्या पहुंचे अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। हाल ही में चर्चाओं में रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने इसे एक “राजनीतिक नौटंकी” करार दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब इस अभियान की घोषणा हुई, तो लगा कि अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन महज 24 घंटे में यह पूरी तरह असफल साबित हुआ।
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार से पूछे तीखे सवाल
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार से तीखे सवाल पूछते हुए कहा कि जब अभियान के दौरान किसी भी आतंकी के मारे जाने की खबर तक नहीं आई, तो आखिर ये कार्रवाई किसके खिलाफ की गई? उन्होंने आरोप लगाया कि “ऑपरेशन सिंदूर” के नाम पर देश की महिलाओं को भावनात्मक रूप से छलने की कोशिश की गई और बहनों का सम्मान नहीं, बल्कि अपमान किया गया।
‘सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकी’
उन्होंने आगे कहा कि यह पूरा अभियान सिर्फ राजनीतिक प्रचार का हिस्सा था, जिससे देशवासियों को गुमराह किया गया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका “चाल, चेहरा और चरित्र” अब पूरी तरह उजागर हो चुका है और वह इस षड्यंत्र को जनता के सामने लाकर रहेंगे। उन्होंने कहा, “यह सरकार बहनों की आंखों में धूल झोंक रही है।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिल जातीं, तो वह संविधान में बदलाव कर देती। उन्होंने कहा कि यह *जनता की जागरूकता और लोकतंत्र में विश्वास है कि भाजपा को अब बैसाखियों के सहारे सरकार बनाने की नौबत आई है।
वन नेशन-वन इलेक्शन पर कसा तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की अवधारणा पर भी स्वामी मौर्य ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर सच में देश को एकजुट करना है तो पहले ‘वन नेशन-वन एजुकेशन’ लागू किया जाए। उन्होंने मांग की कि देश के गरीब और अमीर, गांव और शहर के बच्चों को एक जैसी शिक्षा मिले – यही सच्ची राष्ट्रसेवा होगी। अंत में स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्यावासियों और देश की जनता का आभार जताते हुए कहा कि “जनता ने लोकतंत्र को बचा लिया है, अब संविधान को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि लोग सिर्फ भावनात्मक बयानों से नहीं, सच्चाई और विकास के मुद्दों पर वोट करें।
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