Madhya Pradesh : BJP से नाराज चल रहे कोलारस के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने BJP पार्टी के समस्त पदों से इस्तीफा दे दिया। बता दे कि विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने इस्तीफा देने के साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और महेंद्र सिंह सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगा दिए ह। वहीं आज के दिन मध्य प्रदेश में चुनावों से पहले भाजपा को बहुत बडा झटका लगा है। दराअसल BJP के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने इस्तीफा दे दिया है । साथ ही 3 साल के कार्यकाल पर असंतोष जताया।

इन नेताओं पर गंभीर आरोप

विधायक वीरेंद्र रघुवंशी इस्तीफा देते हुए कहा कि BJP के 3 साल के कार्यकाल में कोलारस में भ्रष्ट्र अधिकारियों की नियुक्ति की गई। वहीं इसे मामला को लेकर विधायक वीरेंद्र द्वारा लगातार CM शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक शिकायत भी की गई मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं वीरेंद्र रघुवंशी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी गंभीर आरोप लगाए।
मैं जनसेवक हूं….

विधायक ने आगे लिखा कि शिवपुरी एवं कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है, ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रुकावट डाल सके ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रुकावट डाल सकें और मुझे व मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें। साथ ही उन्होने ये भी कहा की सिंधिया जी ने यह कहकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 2 लाख रुपये का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्होंने कर्ज माफी तो दूर, आज तक इस बारे में बात तक नहीं किया गया । बता दे कि उन्होने ये भी कहा की विधायक दल पार्टी की बैठकों में प्रदेश हित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता, बल्कि भ्रष्ट मंत्रियों का बचाव अवश्य करते हैं। मैं जनसेवक हूं, ऐसे वातावरण में घुटन महसूस कर रहा हूं और आहत हूं।
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इन्हीं सब कारणों के चलते दीए इस्तीफा

रघुवंशी ने कहा कि वे जब कांग्रेस में थे मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया या से दुखी होकर वो भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं सिंधिया भी बीजेपी में आ गए, जिसकी वजह से उन्हें भाजपा छोड़ना पड़ रहा है। वहीं रघुवंशी ने कहा कि साढ़े साल तक वे जनता के लिए काम करते आए और विकास के लिए प्रयास करते रहे मगर सिंधिया समर्थक मंत्री उनके विकास के हर कार्य में रुकावट पैदा करते रहे। साथ ही उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर तक की कोशिश की गई। इन्हीं सब कारणों के चलते हुए बीजेपी के प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं।