Delhi AQI Update: दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। रविवार सुबह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 551 दर्ज किया गया, जो ‘हैजर्डस’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि हवा में मौजूद जहरीले कणों के कारण सांस लेना बेहद खतरनाक हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर की हवा में सांस लेना लगभग 12 सिगरेट पीने के बराबर है, जो फेफड़ों और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
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PM2.5 और PM10 का स्तर खतरनाक

दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण हवा में मौजूद PM2.5 और PM10 कण हैं। रविवार सुबह PM2.5 का स्तर 351 और PM10 का स्तर 466 तक पहुंच गया। ये दोनों ही स्तर बेहद खतरनाक माने जाते हैं। हवा की गति भी बहुत धीमी है, जिससे प्रदूषक कण वातावरण में फंसे हुए हैं और स्थिति और खराब हो रही है।
दिल्ली के इलाकों में गंभीर हालात
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। इनमें वजीरपुर, बवाना, मुंडका, आनंद विहार और रोहिणी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इन इलाकों में प्रदूषण का स्तर ‘सीवियर’ श्रेणी में है, जिससे स्थानीय लोगों को सांस लेने में कठिनाई और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं।
पिछले हफ्ते का रिकॉर्ड
11 नवंबर को दिल्ली का AQI 428 तक पहुंच गया था, जो इस साल का पहला ‘सीवियर’ दिन था। नवंबर महीने में औसतन AQI 150 दर्ज किया गया है, जो पिछले सालों की तुलना में लगभग 8.3% बेहतर है। हालांकि, यह सुधार बहुत मामूली है और मानकों के हिसाब से अभी भी बेहद खतरनाक स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सुबह और शाम को कोहरा और धुंध छाए रहने की संभावना है, जिससे विजिबिलिटी प्रभावित होगी। हवा की गति केवल 5 से 6 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, जिसके कारण प्रदूषण कम होने की संभावना फिलहाल नहीं है। अगले तीन से चार दिनों तक यही स्थिति बनी रहने का अनुमान है।
ठंड और कोहरे का असर
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण कोहरा और बादल बढ़ रहे हैं। दिल्ली में सूरज की रोशनी कम हो रही है, जिससे प्रदूषण और कोहरे का असर और ज्यादा महसूस किया जा रहा है। तापमान में गिरावट के साथ ठंड भी बढ़ रही है, जिससे प्रदूषण का असर और गंभीर हो गया है।
ग्रैप-3 लागू

दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-3 (Graded Response Action Plan) लागू किया गया है। इसके तहत कई सख्त कदम उठाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद हवा की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी ग्रैप-3 लागू रह सकता है। दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे निजी वाहनों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें, ताकि प्रदूषण को कुछ हद तक कम किया जा सके।
