Gurugram News: गुरुग्राम में मौसम में आए बदलाव और हल्की हवाओं के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को शहर का AQI 150 रहा, जो मध्यम श्रेणी में आता है। हालांकि, तीन दिन पहले यह 300 के पार पहुंच गया था, जिससे हवा खतरनाक स्तर पर थी। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही AQI में सुधार दिखा हो, लेकिन हवा में मौजूद जहरीले तत्व अब भी लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बने हुए हैं।
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वाहन, धूल और निर्माण कार्य

शहर में प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहनों से निकलने वाला धुआं, सड़कों की धूल और निर्माण स्थलों से उड़ने वाले सूक्ष्म कण शामिल हैं। खासतौर पर सुबह और शाम के समय जब ट्रैफिक अधिक होता है, तब वाहनों का उत्सर्जन बढ़ जाता है। इससे वातावरण में नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें फैलती हैं, जो श्वसन तंत्र और हृदय रोगियों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं।
हवा की गति से मिली अस्थायी राहत
मंगलवार रात से चली हल्की हवाएं और बुधवार सुबह आंशिक बादल छाए रहने के कारण AQI में थोड़ी गिरावट आई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत अस्थायी है। अगर हवा की गति धीमी पड़ गई तो प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ सकता है। हवा की दिशा में बदलाव से कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है।
31 अक्टूबर तक बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 31 अक्टूबर तक बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है। यदि बारिश होती है तो वातावरण में फैले प्रदूषक तत्व नीचे बैठ जाएंगे, जिससे AQI में और सुधार हो सकता है। बारिश से हवा की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है, लेकिन तब तक लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मास्क पहनें, बाहर निकलने से बचें

फिलहाल विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह और शाम के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। साथ ही मास्क पहनने, वाहनों का कम उपयोग करने और प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की गई है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
