Poonam Pandey News: लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने पूनम पांडे के रामलीला में किरदार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पहले से पता होता कि पूनम पांडे कौन हैं, तो वह उन्हें यह रोल नहीं देते। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूनम पांडे को मंदोदरी का रोल देने पर कमेटी गंभीरता से विचार करेगी। पूनम का यह रोल 29 और 30 सितंबर को मंचित होना है, जिसे लेकर कमेटी जल्द ही चर्चा करेगी।
VHP का पत्र मिला, कमेटी करेगी समीक्षा
अर्जुन कुमार ने बताया कि रामलीला कमेटी को VHP का पत्र प्राप्त हुआ है, जिस पर चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी 8-9 दिन बचे हैं, इसलिए संभावित है कि निर्णय में बदलाव हो सकता है। उन्होंने दोहराया कि कमेटी पूनम पांडे को रोल देने के मामले में पुनर्विचार करेगी और सभी पहलुओं पर ध्यान देगी।
अध्यक्ष ने पूनम पांडे के बारे में जानकारी की कमी जताई
अर्जुन कुमार ने बताया कि पूनम पांडे का नाम और पहचान उन्हें केवल चार दिन पहले पता चली। उन्होंने कहा कि कमेटी ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की महिला कलाकार होने के कारण रोल दिया था, न कि उनके पिछले विवादों की वजह से। अगर पहले से जानकारी होती तो वे किसी अन्य किरदार के लिए सुझाव देते।
अध्यक्ष ने कहा कि पूनम पांडे के अतीत में कुछ बोल्ड दृश्य हो सकते हैं, लेकिन अगर कोई महिला अपना जीवन सुधारना चाहती है तो उसे मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला राम के मार्गदर्शक का रोल मर्यादा के साथ निभाती है, तो यह एक सकारात्मक कदम होगा।
बदलाव के अधिकार पर भी जताई सहमति
अर्जुन कुमार ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार लोग अपने जीवन में बदलाव करते हैं, जैसे बॉलीवुड की एक पूर्व सुपरस्टार महिला जो कुंभ मेले में नहाने के बाद महामंडलेश्वर बन गईं। उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे बदलावों को स्वीकार नहीं करना चाहिए, और कहा कि ऐसे महिलाओं को सकारात्मक रूप से देखना चाहिए।
कमेटी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि रामलीला मंच पर मर्यादा का उल्लंघन कतई स्वीकार्य नहीं होगा। यदि किसी भी तरह की फूहड़ता या अनुशासनहीनता होती है, तो तुरंत उस व्यक्ति को मंच से हटा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूनम पांडे से कहा गया है कि वे रामलीला को मर्यादित तरीके से निभाएं।
पूनम पांडे ने भी लिखा एक पत्र
अर्जुन कुमार ने बताया कि पूनम पांडे ने एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि रामलीला के दौरान रीटेक की अनुमति नहीं होती और वे हजारों भक्तों के साथ इस कार्यक्रम को मर्यादित और ईमानदारी से निभाएंगी। अध्यक्ष ने इस प्रतिबद्धता को सकारात्मक संकेत माना।
